फोटो : प्रतीकात्मक<
00 कोरबा-रायपुर में सक्रिय, मीडिया पर भी रखता था नज़र
TTN डेस्क
कोरबा ।स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने कोरबा में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो दिन पहले पश्चिमी बस्तर डिविजनल कमेटी के सदस्य रामा किचाम (35) को गिरफ्तार किया है।यहां उसके गिरफ्तारी की भनक आमजनों को ही क्या पुलिस के आला अधिकारियों को भी नहीं लगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रामा किचाम पिछले दो साल से कोरबा में रह रहा था और वहाँ के रेलवे स्टेशन के पास सड़क किनारे सब्जी का ठेला लगाता था। वह झोपड़पट्टी में किराए पर रहता था।उसने कुछ समय के लिए कोयला खदान में भी काम किया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रामा किचाम शहरी नेटवर्क का अहम हिस्सा था। उसकी ज़िम्मेदारियों में बस्तर से आने वाले नक्सलियों को पनाह देना, उनके लिए झुग्गी बस्तियों में रहने की व्यवस्था करना, इलाज, राशन और विस्फोटक सामान की सप्लाई का इंतजाम करना शामिल था।
0 शहरी गतिविधियों में मुख्य भूमिका
रामा किचाम लगातार रायपुर, बिलासपुर और बस्तर के बीच आना-जाना करता था। उसने रायपुर के भाठागांव में भी किराए पर मकान ले रखा था। वह कोरबा से फोर्स के मूवमेंट की जानकारी जुटाने और मीडिया व आंदोलनों पर नज़र रखने जैसी महत्वपूर्ण सूचनाएं बस्तर में सक्रिय नक्सलियों तक पहुँचाता था।
0 12 साल की उम्र में जुड़ा संगठन से ,मिला सोना और कैश
मूल रूप से बीजापुर के मिरतुर इलाके का रहने वाला रामा किचाम सिर्फ 12 साल की उम्र में ही नक्सली संगठन से जुड़ गया था। उसने शुरुआत में मिरतुर-गंगाळूर कमेटियों में काम किया और बाद में उसे पश्चिमी बस्तर डिविजन में शामिल किया गया। वह आईईडी लगाने से लेकर जवानों पर हमले तक की कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहा है। बाद में संगठन ने उसे शहरों में काम करने के लिए भेज दिया था।
पुलिस ने रामा किचाम के कब्ज़े से कैश, सोना और स्मार्ट फोन जब्त किए हैं। पुलिस का मानना है कि रामा के साथ कई और नक्सली भी शहरों में सक्रिय हैं। यह गिरफ्तारी नक्सली संगठन के शहरी नेटवर्क पर एक बड़ा प्रहार मानी जा रही है।


