छत्तीसगढ़ कांग्रेस में तकरार: भूपेश बघेल का चरणदास महंत पर हमला, सीएम को घेरने से क्यों बचते हैं?

*विशेष संवाददाता*

रायपुर, 23 जून 2025: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में आंतरिक कलह अब खुलकर सामने आ गई है। सोमवार को रायपुर के कांग्रेस भवन में आयोजित पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC) की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत पर तीखा हमला बोला। बघेल ने सवाल उठाया कि महंत मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के खिलाफ मुखर क्यों नहीं हैं। इस बैठक में संगठन की ढिलाई, अनुशासनहीनता और नेताओं की निष्क्रियता को लेकर भी हंगामा हुआ। यह घटना छत्तीसगढ़ कांग्रेस में सबकुछ ठीक न होने का स्पष्ट संकेत दे रही है।

O बैठक में भूपेश बघेल की दो टूक,चरणदास महंत पर सवाल: सीएम पर हमला क्यों नहीं?

बैठक में भूपेश बघेल ने नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत को सीधे निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “नेता प्रतिपक्ष को सरकार के खिलाफ मुखर होना चाहिए। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय पर हमला करने से आप क्यों बचते हैं?” बघेल ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस को मौजूदा बीजेपी सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाना होगा। उन्होंने यह भी पूछा कि कुछ सीनियर नेता सरकार के खिलाफ बोलने से क्यों कतराते हैं।

O अनुशासनहीनता पर नाराजगी

बघेल ने पार्टी में अनुशासनहीनता को लेकर भी गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने राजनांदगांव में एक नेता द्वारा उनके खिलाफ दिए गए बयान का जिक्र करते हुए कहा, “पार्टी में कोई भी नेता कुछ भी बोल देता है, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। अनुशासन का अभाव पार्टी को कमजोर कर रहा है।” बघेल ने संगठन में सुधार और अनुशासित व्यवस्था की मांग की।

O कांग्रेस में आंतरिक कलह का खुलासा ,सीनियर नेताओं की चुप्पी पर सवाल

बैठक में भूपेश बघेल ने न केवल चरणदास महंत, बल्कि अन्य सीनियर नेताओं की चुप्पी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ नेता राज्य के मुद्दों पर सरकार को घेरने से बच रहे हैं, जिससे कार्यकर्ताओं में निराशा है। सूत्रों के मुताबिक, बघेल ने यह भी संकेत दिया कि संगठन में समन्वय की कमी के कारण पार्टी कमजोर हो रही है।

O सचिन पायलट की मौजूदगी में हंगामा

बैठक में छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, कई पूर्व मंत्री और विधायक मौजूद थे। पायलट ने नेताओं से एकजुट होकर सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने का आह्वान किया, लेकिन बघेल के तीखे बयानों ने माहौल को गरमा दिया। कुछ नेताओं ने सीनियर नेताओं को जिम्मेदारी न दिए जाने की शिकायत भी की।

O बीजेपी का पलटवार

डिप्टी सीएम विजय शर्मा की तीखी प्रतिक्रियाभूपेश बघेल के बयानों पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा, “भूपेश बघेल पहले अपने गिरेबां में झांकें। उनकी गलतियों और भ्रष्टाचार के कारण ही कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई। जनता ने उन्हें शराब और कोयले के घोटालों के लिए दंडित किया है।” शर्मा ने यह भी कहा कि बघेल चिल्लाकर और झगड़ा करके पार्टी को दबाना चाहते हैं, लेकिन यह अब नहीं चलेगा।कांग्रेस की हार का जिक्रबीजेपी नेताओं ने कांग्रेस की लगातार हार पर चुटकी लेते हुए कहा कि पार्टी के अंदर की लड़ाई तेज हो रही है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, “कांग्रेस को जनता से कोई लेना-देना नहीं। उनकी लड़ाई सिर्फ सत्ता के लिए है।”

O कांग्रेस की चुनौतियां और भविष्य

2023 और 2024 में करारी हारछत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 2023 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। 2023 में बीजेपी ने 54 सीटें जीत कर सारी थी, जबकि 34 सीटें ही जीत सकी। 2024 में बस्तर की सीट भी कांग्रेस के हाथ से चली गई। इन हार ने पार्टी के भीतर जवाबदेही और नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं।

O आलाकमान का दखल

कांग्रेस आलाकमान ने चरणदास महंत को नेता प्रतिपक्ष बनाकर भूपेश बघेल को दरकिनार करने का संकेत दिया था। हालांकि, बघेल के ताजा बयानों से साफ है कि वह अभी भी पार्टी में,खास करके छत्तीसगढ़ में अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखना चाहते हैं। सूत्रों का कहना है कि आलाकमान इस तकरार को सुलझाने के लिए जल्द दखल दे सकता है।