OO मैड्रिड और लिस्बन सहित अनेक इलाके अंधेरे में डूबे
OO ग्रिड असंतुलन को बताया गया कारण
OO साइबर हमले की आशंका से भी जांच जारी
TTN Desk
स्पेन, पुर्तगाल, दक्षिणी फ्रांस और बेल्जियम में सोमवार को बड़े पैमाने पर बिजली कटौती ने लाखों लोगों को प्रभावित किया। इस ब्लैकआउट के कारण मैड्रिड, लिस्बन, बार्सिलोना और पोर्टो जैसे प्रमुख शहरों में मेट्रो, रेलवे, हवाई अड्डे और संचार सेवाएं ठप हो गईं। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, यूरोपीय पावर ग्रिड में वोल्टेज असंतुलन इस संकट का कारण बना, हालांकि साइबर हमले की आशंका को भी खारिज नहीं किया गया है।
O आखिर क्या हुआ?
स्पेन में 27 अप्रैल को दोपहर 12:30 बजे (स्थानीय समय) बिजली आपूर्ति अचानक ठप हो गई। राष्ट्रीय रेलवे (रेनफे) और AENA ने देशभर में ट्रेनों और उड़ानों में देरी की पुष्टि की। मैड्रिड ओपन टेनिस टूर्नामेंट भी रुक गया, क्योंकि स्कोरबोर्ड और कैमरे बंद हो गए। पुर्तगाल में लिस्बन और पोर्टो में मेट्रो स्टेशनों पर लोग फंस गए, और अस्पतालों को आपातकालीन जनरेटर पर निर्भर होना पड़ा। दक्षिणी फ्रांस और बेल्जियम में भी सीमित प्रभाव देखा गया।
स्पेन की Red Eléctrica और पुर्तगाल की E-Redes ने बताया कि हाई-वोल्टेज लाइनों में खराबी के कारण यह ब्लैकआउट हुआ। दोनों देशों ने बिजली बहाली शुरू कर दी है, लेकिन पूर्ण सामान्यीकरण में समय लग सकता है। स्पेनिश और पुर्तगाली अधिकारियों ने आपातकालीन बैठकें बुलाईं और जनता से धैर्य बनाए रखने की अपील की। साइबर हमले की संभावना की जांच के लिए यूरोपीय ऊर्जा नियामक सक्रिय हैं, हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
O प्रभाव और चिंताएं
इस घटना ने यूरोप के ऊर्जा नेटवर्क की कमजोरियों को उजागर किया है। आर्थिक नुकसान के साथ-साथ जनता में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया। विशेषज्ञों का कहना है कि पुराने बुनियादी ढांचे और बढ़ती ऊर्जा मांग के बीच बेहतर निवेश की जरूरत है।
O अब आगे क्या?
अधिकारी ग्रिड स्थिरता बहाल करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपायों पर विचार कर रहे हैं। इस बीच, जनता से आवश्यक यात्रा कम करने और आपातकालीन सेवाओं पर दबाव न डालने की सलाह दी गई है।