OO पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ही नहीं, कई शहरों में हिंसा भड़क उठी है. कुछ देर पहले दक्षिण 24 परगना में बवाल हुआ. अब भांगर के घटकपुकुर में बवाल हो गया है. वहां घरों और दुकानों में लूटपाट की गई है.
OO भागर में टीएमसी के विधायक ही फंसे हुए हैं. बीजेपी नेता पूछ रहे हैं कि सुरक्षा की गारंटी कौन देगा. इस बीच ममता बनर्जी का भी बयान सामने आया है.
TTN Desk
वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के कई शहरों में हिंंसक घटनाएं सामने आई हैं. पहले मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा 3 लोगों की मौत हो गई थी. फिर शमशेरगंज के जाफराबाद में बवाल हुआ. इसके बाद दक्षिण 24 परगना में हिंंसा भड़क उठी. पुलिस वैन में आग लगा दी गई है. कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई है. वहां पुलिस दंगाइयों से निपटने की कोशिश कर रही है. अब भांगड़ के घटकपुकुर में भी फिर से विरोध शुरू हुआ है, जहां टीएमसी के विधायक शौकत मोल्ला भी फंसे हैं.
O उन्हें सत्ता में रहने का अधिकार नहीं ; मजूमदार
केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, मोथाबारी में स्थिति अब शांतिपूर्ण है, लेकिन जिस तरह से दुकानों में तोड़फोड़ की गई, मुझे आने से रोका गया, अब भी लोग मुझे बता रहे हैं कि उनकी दुकानें लूट ली गईं… ये गरीब लोग हैं, और सरकार ने उन्हें 5,000 रुपये की सहायता दी है. 5000 से क्या होगा? प्रशासन को नुकसान का आकलन करना चाहिए और उसके अनुसार मुआवजा देना चाहिए… सुरक्षा की गारंटी कौन देगा?… अगर प्रशासन यह गारंटी नहीं दे सकता है, तो उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है… ममता बनर्जी और उनके मंत्रियों ने संविधान की रक्षा करने की शपथ ली है… उन्होंने संविधान की धज्जियां उड़ाई हैं। उन्हें सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है… यह (बीएसएफ पर हमला) तब होता है जब सांप्रदायिक शक्तियों को ताकत मिलती है। अगर ममता बनर्जी ने उन्हें पहले रोका होता, तो यह घटना रोकी जा सकती थी..
O सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा मामला
इस बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर हुई हाल की हिंसा की अदालत की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराने की मांग की है. वकील शशांक शेखर झा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा, वक्फ एक बहाना है, हिंदू निशाना हैं.
O दंगों पर ममता ने दी सख्त चेतावनी
सीएम ममता बनर्जी ने दंगा करने वालों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि हम दंगे भड़काने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे. हम किसी भी हिंसक गतिविधि का समर्थन नहीं करते हैं.
O ममता बनर्जी का बयान बना हिंसा का कारण : बीजेपी
अब बीजेपी कह रही ममता बनर्जी के बयान की वजह से हिंसा भड़की. बीजेपी ने ममता बनर्जी की एक बाइट पोस्ट कर लिखा, ममता बनर्जी बंगाल पर नियंत्रण नहीं खो रही हैं. 18 फरवरी, 2025 को, उन्होंने हिंसा की चेतावनी नहीं दी. उन्होंने इसे आमंत्रित किया. बीजेपी ने जो वीडियो शेयर किया है, इसमें ममता कहती दिख रही हैं कि “यदि वे आंदोलन का आह्वान करते हैं, तो क्या आप खुद को नियंत्रित कर पाएंगे?” बीजेपी ने कहा, यह बयानबाजी नहीं थी. यह एक हरी झंडी थी. पश्चिम बंगाल का अराजकता में गिरना कोई दुर्घटना नहीं है – यह नीति है.
O राज्यपाल ने गहरी चिंता जताई
इस बीच, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने मुर्शिदाबाद और राज्य के अन्य हिंसा प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि राजभवन का कोर ग्रुप मुर्शिदाबाद और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों की स्थिति पर वास्तविक समय के आधार पर लगातार नजर बनाए हुए है.


