00 कथावाचक
अनिरुद्धाचार्य की कथा में टीचर के शादी कब होगी के सवाल के वायरल हुए वीडियो से शुरू हुई ये खूनी साजिश
00 पहले की शादी फिर गोरखपुर के होटल में कर दी हत्या,प्रेमी को बताया था भाई,महिला सहित तीन गिरफ्तार
TTN Desk
जबलपुर के 45 वर्षीय अतिथि शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी की हत्या का सनसनीखेज मामला उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सामने आया है। इस हत्याकांड की जड़ एक वायरल वीडियो में छिपी है, जिसमें इंद्र ने प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य की सभा में अपनी शादी न होने की व्यथा साझा की थी। उन्होंने मंच पर बताया कि उनके पास 18 बीघा (लगभग 18 एकड़) जमीन है, लेकिन 45 साल की उम्र होने के बावजूद उनकी शादी नहीं हो पाई है। इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद गोरखपुर की साहिबा बानो उर्फ खुशी तिवारी ने अपने प्रेमी कौशल कुमार के साथ मिलकर इंद्र की संपत्ति हड़पने की साजिश रची।
0 फर्जी पहचान और शादी का झांसा
साहिबा बानो ने अपनी पहचान छिपाने के लिए फर्जी आधार कार्ड बनवाया और खुद को खुशी तिवारी के रूप में पेश किया। उसने अपने प्रेमी कौशल कुमार को अपना भाई बताकर इंद्र से संपर्क स्थापित किया। साहिबा ने सोशल मीडिया के जरिए इंद्र से बातचीत शुरू की और शादी का प्रस्ताव दिया। इंद्र, जो शादी के लिए उत्सुक थे, इस जाल में फंस गए। साहिबा ने विश्वास जीतने के लिए कौशल को इंद्र के घर जबलपुर भेजा, जहां उसने खुद को खुशी का भाई संदीप बताकर परिवार से बात की।
0 गोरखपुर में रची गई खौफनाक साजिश
इंद्र ने अपनी जमीन का एक हिस्सा गिरवी रखकर 1.5 लाख रुपये और गहने जुटाए और 3 जून 2025 को गोरखपुर पहुंच गए। वहां साहिबा बानो उर्फ खुशी तिवारी, कौशल कुमार और इंद्र एक किराए के मकान में साथ रहे। 5 जून को कुशीनगर के एक होटल में फर्जी शादी की रस्में निभाई गईं, जिसमें मंदिर में जयमाला और सिंदूर की रस्में पूरी की गईं। शादी के बाद साहिबा और कौशल ने एक हलफनामा तैयार करवाया, जिसमें इंद्र की मृत्यु के बाद साहिबा को उनकी संपत्ति का वारिस बनाया गया।
0 सुहागरात पर बेरहमी से हत्या
शादी की रात, यानी 5 जून 2025 को, साहिबा और कौशल ने इंद्र को कुशीनगर के कसया स्थित आइडियल होटल में ले गए। वहां इंद्र को पनीर राइस में नींद की गोलियां मिलाकर खिलाई गईं। जब इंद्र बेहोश हो गए, तो साहिबा, कौशल और उनके साथी शमसुद्दीन अंसारी ने मिलकर उनकी चाकू से गोदकर हत्या कर दी। शव को कुशीनगर के हाटा थाना क्षेत्र के मझना नाले के पास झाड़ियों में फेंक दिया गया। हत्या के बाद आरोपियों ने इंद्र के 1.5 लाख रुपये के गहने और 35 हजार रुपये नकद लूट लिए।
0 पुलिस जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी
6 जून को स्थानीय लोगों ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी। शुरुआत में शव की पहचान नहीं हो पाई, लेकिन पुलिस ने शव का विवरण सेंट्रल पोर्टल पर अपलोड किया। जबलपुर पुलिस ने इस आधार पर शव को इंद्र कुमार तिवारी के रूप में पहचाना, क्योंकि उनके परिवार ने मझौली थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की थी। कॉल डिटेल्स, मोबाइल लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद कुशीनगर पुलिस ने साहिबा बानो उर्फ खुशी तिवारी, कौशल कुमार और शमसुद्दीन अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की साजिश कबूल की। पुलिस के अनुसार, दो अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
0संपत्ति हड़पने की थी मंशा
जांच में खुलासा हुआ कि साहिबा बानो पहले से कौशल कुमार के साथ प्रेम विवाह कर चुकी थी और गोरखपुर में रह रही थी। इंद्र के वायरल वीडियो में 18 बीघा जमीन का जिक्र देखकर उसने संपत्ति हड़पने की योजना बनाई। साहिबा का इरादा फर्जी शादी के बाद इंद्र की विधवा बनकर उनकी संपत्ति पर कब्जा करना था। इस साजिश में कौशल और शमसुद्दीन ने उसका साथ दिया। कुशीनगर के एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि हत्या, धोखाधड़ी, और लूट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और मामले की गहन जांच चल रही है।
0 परिवार और समाज में सदमा
इंद्र के भाई अजय तिवारी ने बताया कि अनिरुद्धाचार्य की कथा में उनके बयान का वायरल वीडियो ही उनकी मौत का कारण बना। परिवार ने इंद्र की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की थी, लेकिन उन्हें इस खौफनाक साजिश का अंदाजा नहीं था। इस घटना ने जबलपुर और कुशीनगर में लोगों को स्तब्ध कर दिया है।
0 सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करने में बरते सावधानी
यह हत्याकांड न केवल इंद्र कुमार तिवारी के लिए एक त्रासदी है, बल्कि यह सोशल मीडिया के दुरुपयोग और निजी जानकारी साझा करने के खतरों की एक चेतावनी भी है। पुलिस ने मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन इस साजिश के अन्य पहलुओं की जांच जारी है।


