असम : हमले को सरकार की साजिश बता फंसे विधायक इस्लाम,गिरफ्तार

OO असम के एक विधायक को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम और पुलवामा में हुए आतंकी हमलों पर साजिश वाली कथित टिप्पणियों के लिए गिरफ्तार किया गया है। विपक्षी पार्टी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के विधायक अमीनुल इस्लाम ने कल (बुधवार, 23 अप्रैल को) दावा किया था कि फरवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर हुआ आत्मघाती हमला और पहलगाम में मंगलवार को आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की हत्या ‘सरकार की साजिश’ थी।

TTN Desk

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद पूरे देश में आक्रोश है। लोग आतंकवादियों पर पाकिस्तान पर कार्रवाई की भी मांग कर रहे हैं। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कहा कि आतंकियों को कल्पना से बड़ी सजा देंगे। हालांकि कुछ लोग इस हमले में पाकिस्तान का बचाव कर रहे है। पहलगाम में हुए हमले पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद पुलिस ने असम के विधायक अमीनुल इस्लाम को गिरफ्तार किया है।

Oविधायक ने हमले को बताया था सरकार की साजिश

ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के विधायक अमीनुल इस्लाम ने दावा किया था कि पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर आत्मघाती हमला और पहलगाम हमला सरकार की साजिश थी।

O वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने किया अपराध दर्ज

इसके बाद सोशल मीडिया पर विधायक अमीनुल इस्लाम का वीडियो वायरल हो गया। वायरल वीडियो पर पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया। फिलहाल पुलिस ने विधायक इस्लाम को गिरफ्तार कर लिया है। एक्स पर पोस्ट करते हुए असम पुलिस ने लिखा कि ढींग विधायक अमीनुल इस्लाम द्वारा सार्वजनिक रूप से दिए गए भ्रामक और भड़काऊ बयान के आधार पर, जो वायरल हो गया था और जिससे प्रतिकूल स्थिति पैदा होने की संभावना थी। उसको लेकर मुकदमा दर्ज किया गया था। उन्हें अब गिरफ्तार किया गया है।

O इन धाराओं के तहत आरोप

असम की नागांव पुलिस ने सोशल मीडिया पर अमीनुल इस्लाम की टिप्पणी का वीडियो वायरल होने के बाद स्वतः संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है। असम पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “ढींग विधायक अमीनुल इस्लाम द्वारा सार्वजनिक रूप से दिए गए भ्रामक और भड़काऊ बयान के आधार पर, जो वायरल हो गया था और जिससे प्रतिकूल स्थिति पैदा होने की संभावना थी, नागांव पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 152/196/197(1)/113(3)/352/ 353 के तहत अपराध के लिए एक मामला 347/25 दर्ज किया है और उन्हें तदनुसार गिरफ्तार किया गया है।”

O सच बोलने से कोई रोक नहीं सकता: अनीमुल इस्लाम

जब पुलिस विधायक को हिरासत में लेकर थाने ला रही थी, तब उन्होंने रास्ते में आरोपों से बेपरवाह होकर कहा, “मुझे सच बोलने से कोई नहीं रोक सकता।” गिरफ़्तारी के बाद, AIUDF के केंद्रीय महासचिव चंपक कलिता ने इस कदम की निंदा करते हुए इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया है। कलिता ने कहा, “अमीनुल ने इस मुद्दे पर सिर्फ़ अपनी राय व्यक्त की। उसने आतंकवाद का समर्थन नहीं किया; उसने सिर्फ अपना नजरिया साझा किया। हर किसी को अपनी राय रखने का अधिकार है। सरकार की जिम्मेदारी चिंताओं को दूर करना है, न कि उन्हें उठाने वालों को गिरफ्तार करना।”