भारी टैक्स के बोझ से UK छोड़, श्राविन भारती मित्तल ने UAE में बनाया नया ठिकाना

OO भारती एंटरप्राइजेज के वारिस का बड़ा कदम; ब्रिटेन की नई कर नीतियों से अमीरों का पलायन जारी

TTN Desk

लंदन/अबू धाबी: भारत के सबसे धनी परिवारों में से एक, भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल के बेटे और प्रमुख निवेशक, श्राविन भारती मित्तल (37) ने यूनाइटेड किंगडम (UK) से अपना निवास बदलकर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में स्थानांतरित कर लिया है। यह कदम ब्रिटेन द्वारा धनी व्यक्तियों पर लगाए गए कड़े कर नियमों के कारण उठाया गया है।

O नए कर नियम बने पलायन का कारण

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, श्राविन भारती मित्तल ने अब UAE को अपना निवास स्थान बताया है, जबकि पहले वे UK में रहते थे। उनके इस कदम का मुख्य कारण ब्रिटेन की सरकार द्वारा “गैर-अधिवासी” (non-domicile) कर स्थिति को समाप्त करना है, जिसने अब तक विदेशी मूल के धनी व्यक्तियों को 15 साल तक अपनी विदेशी आय पर UK में कर देने से छूट दी थी। मार्च 2024 में इस नीति में बदलाव के बाद, अब ऐसे निवासियों को उनकी वैश्विक आय पर कर देना होगा। इसके विपरीत, UAE में कोई व्यक्तिगत आयकर या पूंजीगत लाभ कर नहीं है, जो धनी व्यक्तियों के लिए इसे एक आकर्षक गंतव्य बनाता है।

O निवेश फर्म की शाखा अबू धाबी में खोली

श्राविन ने हाल ही में अबू धाबी में अपनी निवेश फर्म “अनबाउंड” की एक शाखा भी स्थापित की है, जिसकी स्थापना उन्होंने पहले लंदन में की थी। यह दर्शाता है कि वे अपनी व्यावसायिक गतिविधियों को भी UAE में केंद्रित कर रहे हैं। भारती मित्तल परिवार की संयुक्त संपत्ति ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार $27.2 बिलियन आंकी गई है।

O UK के लिए बड़ा झटका, अमीरों का बढ़ता पलायन

श्राविन भारती मित्तल का यह कदम उन कई धनी व्यक्तियों की बढ़ती सूची में शामिल है जो ब्रिटेन के सख्त होते कर कानूनों के कारण देश छोड़ रहे हैं। विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के पलायन से ब्रिटेन को निवेश और आर्थिक योगदान के मामले में बड़ा नुकसान हो सकता है। श्राविन ने एक दशक पहले लंदन में अपना करियर शुरू किया था और ब्रिटिश दूरसंचार दिग्गज बीटी ग्रुप पीएलसी (BT Group Plc) में भी उनकी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है।

O यूएई बना पहली पसंद

इस कदम से स्पष्ट है कि वैश्विक स्तर पर धनी व्यक्ति ऐसे देशों की तलाश में हैं जो कर-कुशल और निवेशक-अनुकूल वातावरण प्रदान करते हों, और UAE इस दौड़ में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरा है।