ब्रेकिंग न्यूज़ : लाल किला ब्लास्ट केस में NIA को बड़ा झटका

00 72 घंटे की पूछताछ के बाद 4 संदिग्ध रिहा; 3 मुस्लिम डॉक्टर, व्यापारी को सबूतों के अभाव में छोड़ा गया

TTN डेस्क
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को दिल्ली के लाल किला बम धमाका मामले में एक बड़ा झटका लगा है। 72 घंटे की गहन पूछताछ के बावजूद कोई ठोस साक्ष्य न मिलने के कारण चार प्रमुख संदिग्धों को रिहा करना पड़ा है।

0 ये है रिहा किए गए लोग

3 मुस्लिम डॉक्टरों डॉ. रेहान, डॉ. मोहम्मद इकबाल, डॉ. मुस्तकीम और खाद व्यापारी दिनेश सिंघला को देर रात घर जाने दिया गया।
एजेंसी ने कहा कि “72 घंटे पूछताछ के बाद कोई ठोस सबूत नहीं मिला”। हालांकि, सभी पर निगरानी बरकरार रहेगी और उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, इन्हें सिर्फ “संदिग्ध संपर्क” के आधार पर उठाया गया था, जबकि डिजिटल या CCTV फुटेज में कोई सीधा लिंक नहीं मिला।

0 जांच की दिशा बदली; नई गिरफ्तारी

रिहाई के इस घटनाक्रम के बीच, NIA ने अपनी जांच को तेज कर दिया है और एक नई गिरफ्तारी की है, साथ ही पुरानी कार्रवाई जारी है। मुख्य आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर उन नबी का पुलवामा स्थित घर पहले ही गिराया जा चुका है।धमाके में इस्तेमाल हुई कार के मालिक अमीर राशिद अली को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे 10 दिन की NIA रिमांड पर भेजा गया है।

0 छापेमारी जारी

फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर ED और NIA की संयुक्त रेड जारी है। इस केस में पहले ही 2900 किलो विस्फोटक, टाइमर और 9mm कारतूस बरामद हो चुके हैं। NIA का दावा है कि वह “व्हाइट कॉलर जिहादी मॉड्यूल” और जैश-ए-मोहम्मद से लिंक की जांच तेजी से कर रही है।

0 राजनीतिक घमासान और अगली कार्रवाई
रिहाई के बाद देश की राजनीति गरमा गई है, जबकि गृह मंत्रालय ने कानून का पक्ष लिया है। विपक्ष ने आरोप लगाया कि यह “मुस्लिम डॉक्टरों को बदनाम करने की साजिश” थी। असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया, “बेगुनाहों को उठाकर छोड़ना, ये क्या न्याय है?”

0 गृह मंत्रालय का पक्ष

मंत्रालय ने कहा, “सबूत नहीं तो रिहाई, यही कानून का तकाजा है।”
मामले की अगली सुनवाई 25 नवंबर को NIA कोर्ट में होगी, जहां एजेंसी चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है।
दिल्ली-NCR में हाई अलर्ट बरकरार है और मेट्रो-बस स्टैंड पर चेकिंग बढ़ा दी गई है।