प्लेन क्रैश अपडेट…देखे वीडीओ और फोटो : जिस हॉस्टल पर प्लेन गिरा वहां 50 से अधिक डॉक्टर लंच कर रहे थे,अब तक छह शव मिले,बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा

OO अहमदाबाद में गुरुवार को हुई एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की दुर्घटना में विमान बी.जे. मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स के हॉस्टल पर गिरा। हादसा जब हुआ वो लंच का समय था और अनेक डॉक्टर खाना खा रहे थे ,जो हॉस्टल की तहस नहस हो गई बिल्डिंग के मेस के फोटो से साफ होता है। मेस के डाइनिंग हॉल के तबके पर भोजन पड़ोसी थालियां पड़ी हुई है।

OO इस प्लेन क्रैश में विमान में सवार सभी 242 लोग मारे गए है।जिनमें गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी भी शामिल है।विमान जिस हॉस्टल पर गिरा वहां  अनेक डॉक्टर के मारे जाने और अब तक छह शव मिलने की खबर है।हॉस्टल परिसर में बिल्डिंग के तीन अलग अलग विंग है।इस संबंध में अब तक आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।विमान के बिल्डिंग पर गिरने के बाद तीनों विंग में आग लग गई।

TTN Desk

अहमदाबाद में जहां और इंडिया का प्लेन क्रैश हुआ वो क्षेत्र रिहायशी इलाका है।जहां डॉक्टरों का अतुल्य हॉस्टल परिसर भी स्थित है।विभिन्न रिपोर्ट्स के अनुसार, उस समय हॉस्टल में 50 से 60 इंटर्न और जूनियर डॉक्टर मौजूद थे, जिनमें से कई मेस में दोपहर का भोजन कर रहे थे। इस हादसे के परिणामस्वरूप भारी नुकसान हुआ। हॉस्टल की बिल्डिंग परिसर में खड़ी अनेक कार में आग लग गई।

O मृत्यु और घायल का आंकड़ा स्पष्ट नहीं,छह शव अब तक मिले

कुछ समाचार स्रोतों और X पर पोस्ट के अनुसार, हादसे में 50 से अधिक इंटर्न डॉक्टरों की मृत्यु की आशंका जताई गई है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की गई है।दिव्य भास्कर की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि हॉस्टल से कम से कम छह शव निकाले गए, और धमाके की तीव्रता इतनी थी कि कई शव टुकड़ों में बिखर गए।

अन्य स्रोतों ने बताया कि कम से कम 15 जूनियर डॉक्टर घायल हुए, जिन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उनका बेटा, जो हॉस्टल में था, दूसरी मंजिल से कूदकर बच गया, लेकिन उसे चोटें आईं और वह अस्पताल में इलाजरत है।

O हॉस्तल खंडहर सा हो गया

विमान के टकराने से हॉस्टल की इमारत पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, और इसका एक हिस्सा खंडहर में तब्दील हो गया। विमान का पिछला हिस्सा (टेल) इमारत में फंस गया, और मेस में आग लगने से धुंआ और मलबा फैल गया।मेस में खाने की टेबल पर बिखरी थालियां और बस्तुएं इस बात का संकेत देती हैं कि हादसा उस समय हुआ जब कई छात्र वहां मौजूद थे।बचाव और राहत कार्य:बचाव कार्य तेजी से शुरू किए गए, जिसमें फायर ब्रिगेड, पुलिस, और सेना की बटालियन शामिल थीं। घायलों को सिविल अस्पताल और अन्य नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया, जहां ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया।सिविल अस्पताल में शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए लाया गया, और वहां अफरा-तफरी का माहौल था।

O अब तक आधिकारिक जानकारी का अभाव

अभी तक हॉस्टल में मौजूद सभी डॉक्टरों की स्थिति के बारे में पूरी तरह से आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। कुछ स्रोतों ने अनुमान लगाया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, लेकिन सटीक आंकड़े की पुष्टि नहीं हुई।यह हादसा चिकित्सा समुदाय और पूरे देश के लिए अत्यंत दुखद है।