कोरबा पुलिस परिवार पर मानो दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पिछले तीन दिनों में लगातार हुए हादसों ने पूरे पुलिस महकमे को हिला दिया है।
दो दिन पहले, रिसदी के तालाब में नहाने गए तीन पुलिसकर्मियों के बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी, जिससे पूरा पुलिस परिवार गहरे सदमे में था। इस दर्दनाक घटना के बाद, कल निरीक्षक मंजूषा पांडेय का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया।
आज रविवार की सुबह एक और दुखद खबर सामने आई। जिला पुलिस बल में कार्यरत और डीएसपी मुख्यालय के वाहन चालक आरक्षक सुरेंद्र कुमार लहरे का 36 वर्ष की अल्पायु में आकस्मिक निधन हो गया। रक्षित निरीक्षक अनथराम पैकरा के अनुसार, सुरेंद्र लहरे बालको में अपनी पत्नी और 6 महीने के बच्चे के साथ रह रहे थे। आज सुबह करीब 5 बजे सीने में दर्द और हिचकी आने पर उन्हें तुरंत डायल 112 की मदद से जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सुरेंद्र लहरे के निधन की खबर से पुलिस विभाग, उनके परिवार और शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई है। पोस्टमार्टम के बाद उनका पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपा जाएगा, और उनका अंतिम संस्कार संभवतः उनके गृहग्राम में होगा। इन लगातार हुई दुखद घटनाओं से पूरा कोरबा पुलिस परिवार शोकाकुल है।