देवपहरी : वेदारम्भ संस्कार के साथ हुआ शाला प्रवेश उत्सव

00 जिला मुख्यालय से 60

किलोमीटर दूर सुदूर वनांचल क्षेत्र ग्राम देवपहरी जहाँ गौमुखी सेवाधाम द्वारा संचालित एकलव्य उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के रजत जयंती के अवसर पर नव प्रवेशार्थी बच्चों का “वेदारम्भ संस्कार” संपन्न कराया गया।

TTN Desk

इस आयोजन का शुभारंभ गायत्री परिवार द्वारा वैदिक मन्त्रोच्चारण के साथ बच्चों को तिलक चन्दन लगा कर हवन यज्ञ के साथ हुआ। मुख्य अतिथि, संस्था के सदस्यगण, अभिभावकगण, विद्यालय के बच्चों व शिक्षक साथ मुख्य यजमान बन कर नव कुण्डीय हवन पूजन किया गया।

0 क्या होता है संस्कारों का असर

मानव जीवन को परिष्कृत करने के लिये हमारे ऋषियों ने अनेक प्रयत्न किये हैं उन्होंने जन्म के पूर्व से लेकर मृत्यु पर्यन्त समग्र जीवन को वैज्ञानिक प्रक्रिया के साथ अविच्छिन्न रूप से समन्वित किया है। संस्कार मानव जीवन को परिष्कृत करने वाली एक आध्यात्मिक विधा है। संस्कारों से सम्पन्न होने वाला मानव सुसंस्कृत, चरित्रवान, सदाचारी और प्रभुपरायण हो सकता है अन्यथा कुसंस्कार जन्य चारित्रिक पतन ही मनुष्य और समाज को विनाश की ओर ले जाता है। वही संस्कार युक्त होने पर सबका लौकिक और पारलौकिक अभ्युदय सहज सिद्ध हो जाता है।

0 लेखन सामग्री दी,गायत्री परिवार का मिला हवन पूजन में सहयोग

बच्चों को लेखन सामग्री व पाठ्य पुस्तक का भी वितरण किया गया। गायत्री परिवार के सहयोग से हवन पूजन व आरती संपन्न कराया गया।

0 आईएएस आशुतोष पाण्डेय ने विद्यारंभ कराया

मुख्य अतिथि कोरबा नगर पालिक निगम आयुक्त आशुतोष पांडेय (आई.ए.एस) द्वारा विद्यारंभ करवाया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि इस सुदूर वनांचल क्षेत्र में संस्था द्वारा संचालित सर्वसुविधायुक्त विद्यालय बच्चों के लिए सौभाग्य है। शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात ही हम समाज में रहने लायक बन पाते हैं तथा एक सुशिक्षित समाज का निर्माण कर पाते हैं। एक समाज व देश को सुचारू रूप से चलाये रखने के लिए व्यक्ति का शिक्षा ग्रहण करना अति-आवश्यक होता है।
बच्चे अच्छे से पढ़ें, अपना राह चुने व अपने स्वप्न पूरे करें कहते हुए प्रेरणा मंत्र दिया।

0 विद्यारंभ संस्कार का विशेष महत्व : ठाकुर

विद्याभारती प्रांतीय अध्यक्ष जुड़वान सिंह ठाकुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि सनातन धर्म के सोलह संस्कारों में से एक वेदारम्भ संस्कार है। जिसका जीवन में विशेष महत्व होता है। इसकी शुरुआत ॐ मंत्र के माध्यम से की जाती है तथा फिर उसे सभी प्रकार की शिक्षा दी जाती थी। उन्होंने संस्था के द्वारा वनवासी बन्धुओं के उत्थान हेतु किए गए कार्यों पर भी प्रकाश डाला।

0 इनकी रही विशेष उपस्थिति

इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि आशुतोष पाण्डेय (आई.ए.एस) आयुक्त नगर पालिक निगम कोरबा, अध्यक्षता जुड़ावन सिंह ठाकुर उपाध्यक्ष विद्याभारती मध्यक्षेत्र, विशिष्ट अतिथि सत्य नारायण बुधिया वरिष्ठ समाजसेवि, अतुल पाटिल ए जी एम नगर प्रशासन एन टी पी सी, बीरेंद्र देशमुख उप प्रबंधक एच आर एन टी पी सी, हिरा बाई राठिया सरपंच देवपहरी, कैपटन मुकेश अधलखा, संस्था के अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल, सचिव योगेश जैन, सहसचिव डॉ राजीव गुप्ता, सज्जन पुजारी, डॉ देवशीष मिश्रा, प्रचार्य पुरषोत्तम उरांव, अभिभावकगण, शिक्षक, बच्चे, ग्रामवासी व संस्था के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।