0 बारिश के असर के बाद भी दशहरा उत्सव में उमड़ी हजारों की भीड़
TTN डेस्क
कोरबा। पूरे अंचल में दशहरा उत्सव के लिए प्रसिद्ध जेलगांव ,कोरबा के लाल मैदान में इस वर्ष भी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक, रावण दहन का भव्य आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन रहे। विशिष्ट अतिथि. श्री आशुतोष पांडेय, प्रभारी कलेक्टर व निगम आयुक्त रहे।अध्यक्षता एसके कटियार, प्रबंध निदेशक, छग. स्टेट पाॅवर जनरेशन कंपनी ने की।
आयोजक दशहरा उत्सव समिति के संरक्षक-श्री पीके. श्रीवास्तव मुख्य अभियंता,अध्यक्ष श्री एमके गुप्ता, अति. मुख्य अभियंता रहे।दिन भर रुक रुक कर हो रही बारिश के बाद भी हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ के बीच 120 फ़ीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया, जिसने पूरे मैदान को उत्साह और रंगीन रोशनी से जगमगा दिया।
0 तकनीकी कौशल से बना विशाल पुतला
इस वर्ष के कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण 120 फीट ऊंचा रावण का विशाल पुतला रहा। इस पुतले को हसदेव ताप विद्युत संयंत्र, कोरबा पश्चिम के कर्मचारियों और उनकी तकनीकी टीम ने अपने विशेष कौशल और परिश्रम से तैयार किया था। आधुनिक तकनीक और मजबूत सामग्री के इस्तेमाल से बने इस पुतले को देखने के लिए सुबह से ही लोग मैदान पहुंचने लगे थे।
0 उद्योग मंत्री ने किया समारोह का शुभारंभ
रावण दहन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ प्रदेश के उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन शामिल हुए। जिनका स्वागत एचटीपीएस के आला अधिकारियों ने किया।मंत्री ने पारंपरिक पूजा-अर्चना के साथ रावण दहन की शुरुआत की और उपस्थित जनसमूह को दशहरे की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि विजयादशमी का पर्व बुराई पर विजय और असत्य पर सत्य की स्थापना का प्रतीक है, और यह हमें समाज में एकजुटता और अच्छाई की राह पर चलने का संदेश देता है।
0 भव्य नजारा और उत्साह का माहौल
जैसे ही शाम को रावण दहन की प्रक्रिया शुरू हुई, पटाखों की गूंज और रंग-बिरंगी रोशनी के बीच हजारों की भीड़ का उत्साह चरम पर पहुंच गया। यह भव्य नज़ारा देखने के लिए केवल शहर ही नहीं, बल्कि आसपास के ग्रामीण इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोग लाल मैदान पहुंचे थे। बच्चों और किशोरों में इस आयोजन को लेकर विशेष उत्साह देखा गया।
0 सुरक्षा और मनोरंजन की रही पुख्ता व्यवस्था
प्रशासन और एच टी पी एस प्रबंधन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस विभाग, औद्योगिक सुरक्षा और स्थानीय समिति के समन्वय से भीड़ और यातायात व्यवस्था को नियंत्रित किया गया। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए मेडिकल दल और कर्मचारियों की गाड़ियां भी मौके पर मौजूद थीं।
मैदान में जगह-जगह खाद्य सामग्री के स्टॉल, झूले और मनोरंजन के उपकरण लगाए गए थे, जिसने पूरे क्षेत्र को एक उत्सव के बाज़ार का रूप दे दिया। पारंपरिक कलाकारों और महिलाओं-बच्चों ने इस उत्सव में विशेष रूप से भाग लिया।
लाल मैदान में इस वर्ष भी दशहरा उत्सव ने लोगों के दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ी। 120 फीट ऊँचे रावण के दहन के साथ ही पूरे मैदान में यह संदेश गूंजा: सत्य की हमेशा विजय होती है।