चुनाव आयोग तक मार्च निकाल रहे राहुल गांधी, अखिलेश यादव,प्रियंका सहित कई विपक्षी नेता हिरासत में लिए गए

00सोमवार को संसद भवन से चुनाव आयोग के कार्यालय तक मार्च निकाल रहे विपक्षी नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इनमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी जैसे कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। इन नेताओं ने वोटर लिस्ट में कथित गड़बड़ियों के विरोध में यह मार्च निकाला था।

TTN Desk

विपक्षी दलों का कहना है कि वे “प्योर वोटर लिस्ट” (सही मतदाता सूची) चाहते हैं और यह लड़ाई राजनीतिक नहीं, बल्कि संविधान और “वन मैन, वन वोट” के सिद्धांत को बचाने की है।

0 पुलिस ने मार्च आगे बढ़ने से रोका

पुलिस ने मार्च को बीच में ही रोक दिया। जब नेताओं को रोका गया, तो अखिलेश यादव ने बैरिकेडिंग फांद दी। इसके बाद पुलिस ने राहुल गांधी ,प्रियंका और अन्य नेताओं को हिरासत में लेकर बसों में बैठाया। राहुल गांधी ने पुलिस की बस से ही कहा कि उनकी लड़ाई जारी रहेगी।

0 क्या कहना है पुलिस का

दिल्ली पुलिस का कहना है कि चुनाव आयोग ने विपक्षी नेताओं के लिए मिलने का समय तय किया था, लेकिन वे सीधे कार्यालय जाने की बजाय सड़क पर मार्च निकालकर हंगामा कर रहे थे। पुलिस ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ने सिर्फ 30 नेताओं को अंदर जाने की अनुमति दी थी, लेकिन वहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए, जिससे व्यवस्था बिगड़ने का खतरा था।

0 नेताओं और सरकारी सूत्रों की प्रतिक्रिया

राहुल गांधी: उन्होंने पुलिस बस से कहा कि उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है और यह संविधान को बचाने की लड़ाई है।

अखिलेश यादव: हिरासत में लिए जाने के दौरान उन्होंने बैरिकेडिंग फांदी और कहा कि उन्हें “प्योर वोटर लिस्ट” चाहिए।

सरकारी सूत्र: उनका कहना है कि विपक्ष जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर सकता था, लेकिन सेंट्रल दिल्ली में इस तरह से मार्च निकालकर अव्यवस्था फैलाना गलत है।

इस घटना के बाद, विपक्षी नेताओं को फिलहाल संसद मार्ग थाने ले जाया गया है, जहां उनकी आगे की कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है।