कोरबा। बुधवारी बाजार स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर में जैन मिलन समिति द्वारा अष्टान्हिका महापर्व के शुभ अवसर पर आयोजित “श्री 1008 सिद्ध चक्र महामंडल विधान “का द्वितीय दिवस का पूजन विधान का कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ।
0 इनके सान्निध्य में प्रारंभ हुआ विधान
श्री 1008 सिद्ध चक्र महामंडल विधान का कार्यक्रम आर्यिका श्री 105 आदर्श मति माताजी की संघस्थ आर्यिका श्री 105अखंडमतिमाताजी,आर्यिका श्री 105 अभेदमति माताजी एवं आर्यिका श्री 105 ध्यानमति माताजी के सानिध्य में किया जा रहा है। जिसका शुभारंभ दुर्ग से पधारे विधानाचार्य ब्रह्मचारी भैया श्री अंकित जैन द्वारा गीत, संगीत भजन के साथ संगीतकार अंशुल जैन एवं म्यूजिकल ग्रुप सागर द्वारा बेहतरीन तरीके से श्री जी का अभिषेक, शांतिधारा एवं श्री 108 विद्यासागर जी महाराज का पूजन कराया गया ।तत्पश्चात विधि विधान पूर्वक श्री 1008 सिद्ध चक्र महामंडल पूजन विधान किया गया।
0 महामंडल विधान के लिए चयनित हुए ये पात्र
इस अष्टांन्हिका पर्व पर श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान के प्रथम दिवस पर विधानाचार्य जी द्वारा उक्त विधान को प्रारंभ करने से पहले सर्वप्रथम पात्र चयन किया गया। जिसमें सौधर्म इंद्र के लिए श्री आशीष ,रश्मि जैन, कुबेर इंद्र के लिए अभय नीतू जैन, मैनासुंदरी श्रीपाल के लिए श्री देवेंद्र स्नेह लता जैन ,भरत चक्रवर्ती हेतु विशाल शांत कुमार जैन, महायज्ञ नायक के लिए अशोक जैन आगम जैन, यज्ञ नायक के लिए संजय मोहिनी जैन ईशान इंद्र के लिए अखिलेश रंजनाजैन, सनत इंद्र के लिए मुकेश कल्पना जैन, बाहुबली हेतु डॉक्टर प्रदीप जैन, माहेंद्र इंद्र के लिए श्री दिनेश रेखा जैन ,राजा श्रेयांश के लिए संतोष शशि जैन ,उपेंद्र इंद्र के लिए सुनील श्रॉफ ,जेके जैन, ममता जैन, सुबोध ,विनीताजैन एवं ध्वजारोहण हेतु श्री संजय आशा जैन का चयन किया गया।
श्री दिनेश जैन ने बताया कि प्रातः कालीन 7:00 बजे से श्री जी का अभिषेक, शांतिधारा, श्री विद्यासागर महाराज जी का पूजन आदि के पश्चात प्रातः 8:00 बजे से “श्री 1008 सिद्ध चक्र महामंडल विधान” का शुभारंभ किया गया ।
इसी प्रकार प्रतिदिन की भांति द्वितीय दिवस को भी उक्त कार्यक्रम संपन्न किया गया। जैन मिलन समिति ने उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होने हेतु समाज की समस्त महिलाएं एवं पुरुषों से धर्म लाभ लेने की अपील की है।