ये है शिक्षा मंत्री और ऐसी उनकी भाषा : महान समाज सुधारक पर दिए अपने शर्मनाक बयान से पलटे मप्र के मंत्री

00 राजा राममोहन राय को ‘अंग्रेजों का दलाल’ कहने पर बवाल,टीएमसी कांग्रेस ने निशाने पर लिया

TTN डेस्क
भोपाल/अगर-मालवा — मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार देश के प्रसिद्ध समाज सुधारक राजा राममोहन राय को “अंग्रेजों का दलाल” कहने वाले अपने शर्मनाक बयान से पलट गए हैं। परमार ने शनिवार को अगर मालवा में बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह विवादित टिप्पणी की थी।

🗣️ मंत्री ने क्या कहा था?

मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा था कि अंग्रेजों के समर्थन से चल रहे धर्मांतरण के चक्र को रोकने का साहस केवल बिरसा मुंडा ने किया। इसी क्रम में, उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शासन मिशनरी स्कूलों के जरिए लोगों की आस्था बदलने की साजिश रच रहा था और राजा राममोहन राय भी उस साजिश का हिस्सा थे। उन्होंने राजा राममोहन राय को अंग्रेजों का दलाल बताया।

🙏 मंत्री ने मांगी माफी, गलती स्वीकार की
विवाद बढ़ने के बाद, मंत्री परमार ने रविवार को एक वीडियो जारी कर अपने बयान पर खेद व्यक्त किया। उन्होंने कहा: “संदर्भों के क्रम में मुझसे गलती से राजा राममोहन राय के बारे में गलत शब्द निकल गए। इसके लिए मुझे अत्यंत दुख है और मैं प्रायश्चित करता हूँ। राजा राममोहन राय एक प्रसिद्ध समाज सुधारक थे और मैं व्यक्तिगत रूप से उनका सम्मान करता हूँ। त्रुटिवश यह बयान मेरे मुँह से निकल गया, जिसके लिए मैं क्षमा चाहता हूँ।”

💥 टीएमसी ने बताया ‘बंगाल का अपमान’

इस बयान को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने तीखी प्रतिक्रिया दी। टीएमसी सांसद और प्रदेश अध्यक्ष रीताब्रत बनर्जी ने इसे ‘भाजपा की बांग्ला-विरोधी मानसिकता का स्पष्ट प्रदर्शन’ बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की बंगाल के महापुरुषों के प्रति नफरत हर हद पार कर गई है, और राजा राममोहन राय जैसे महान व्यक्ति को “ब्रिटिश एजेंट” कहना बंगाल का घोर अपमान है।

🧠 कांग्रेस ने कहा ‘बौद्धिक दिवालियापन’

कांग्रेस ने मंत्री परमार के बयान देने और फिर माफी मांगने को ‘बौद्धिक दिवालियापन’ कहा। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि राजा राममोहन राय जैसे महान समाज सुधारक को “अंग्रेजों के दलाल” कहना सिर्फ अज्ञान नहीं, बल्कि “देश के महान नायकों का घोर अपमान और बौद्धिक दिवालियापन” है।