TTN डेस्क
हरियाणा कैडर के वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार के कथित सुसाइड नोट में जातिगत भेदभाव और मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोपों के बाद, उनकी IAS पत्नी अम्नीत पी. कुमार ने एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि वह तब तक अपने पति का पोस्टमार्टम नहीं होने देंगी, जब तक कि DGP शत्रुजीत कपूर सहित सुसाइड नोट में नामजद सभी जिम्मेदार अधिकारियों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता।
0 IAS पत्नी की शिकायत और मुख्य मांगें
अम्नीत पी. कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस को लिखित शिकायत देकर अपने पति को आत्महत्या के लिए उकसाने और SC/ST अधिनियम के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
* FIR और गिरफ्तारी की मांग: उन्होंने हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर और SP नरेंद्र बिजारनिया पर अपने पति को प्रणालीगत उत्पीड़न और मानसिक यातना देने का आरोप लगाया है। उनकी मुख्य मांग है कि इन उच्च-पदस्थ अधिकारियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, ताकि वे सबूतों के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ न कर सकें।
* जातिगत भेदभाव का आरोप: पत्नी ने जोर देकर कहा है कि यह सामान्य आत्महत्या नहीं है, बल्कि अनुसूचित जाति (SC) से आने वाले एक ईमानदार अधिकारी को शक्तिशाली वरिष्ठों द्वारा व्यवस्थित रूप से प्रताड़ित करने का सीधा परिणाम है।
0 पोस्टमार्टम रोकने का फैसला
उनका कहना है कि न्याय सुनिश्चित करने के लिए पहले जांच और गिरफ्तारी होनी चाहिए, जिसके बाद ही पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होगी।
IPS अधिकारी के 8 पन्नों के सुसाइड नोट में साल 2020 से उनके साथ हो रहे ‘जातिगत भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न, अपमान और अत्याचार’ का उल्लेख है। यह सनसनीखेज मामला अब उच्च स्तरीय जांच के केंद्र में आ गया है, और IAS पत्नी के इस कड़े रुख से प्रशासनिक हलकों में तनाव बढ़ गया है।