00 प्रार्थना सभा के दौरान शुरू हुआ विवाद,थाने के बाहर हनुमान चालीसा पाठ,12 घंटे चला प्रदर्शन
TTN डेस्क
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में रविवार को धर्मांतरण के आरोपों को लेकर दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई। यह घटना सीपत इलाके में एक प्रार्थना सभा के दौरान हुई, जहाँ ईसाई समुदाय के 150 से अधिक लोग एकत्र हुए थे। प्रार्थना के दौरान, जब बाइबल और धार्मिक साहित्य वितरित किए जा रहे थे, तो कुछ लोगों को संदेह हुआ कि यह धर्मांतरण का प्रयास है। उन्होंने तुरंत बजरंग दल और अन्य हिन्दू दक्षिणपंथी संगठनों को इसकी सूचना दी।
0 पथराव और मारपीट में बदले हालात
दक्षिणपंथी संगठनों के कार्यकर्ताओं के मौके पर पहुंचने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी और प्रार्थना सभा को रोकने की कोशिश की। दोनों पक्षों के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि जल्द ही यह पथराव और मारपीट में बदल गई। इस हिंसा में कम से कम 13 लोग घायल हुए, जिनमें ईसाई समुदाय के 10 लोग और दक्षिणपंथी समूहों के 3 कार्यकर्ता शामिल हैं। पुलिस ने तत्काल हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रण में लिया।
0 दोनों पक्षों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों की शिकायत पर काउंटर एफआईआर दर्ज की है। एक शिकायत में दक्षिणपंथी समूहों के 12 से अधिक सदस्यों पर दंगा करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है। वहीं, दूसरी शिकायत में ईसाई समुदाय के सात लोगों पर दंगा भड़काने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।