TTN Desk
रायपुर, 4 सितंबर 2025
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 570 करोड़ रुपये के कोयला लेवी घोटाले की जांच में आज एक नया मोड़ लेते हुए प्रसिद्ध प्रजनन विशेषज्ञ डॉ. पहलजानी से रायपुर में 6 घंटे तक पूछताछ की। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) की धारा 50 के तहत की गई, जिसमें उनकी वित्तीय गतिविधियों और मनी लॉन्ड्रिंग में कथित संलिप्तता की जांच हुई।
डॉ. पहलजानी ने पूछताछ के दौरान आरोपों से इनकार किया और अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट से सलाह लेने की इजाजत मांगी। सूत्रों के अनुसार, ईडी को उनके परिवार के वित्तीय लेन-देन और कर सलाहकारों से जुड़े सबूत मिले हैं, जिसकी गहन जांच जारी है।
बड़ा नेटवर्क उजागर
जांच में एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी सूर्यकांत तिवारी और डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया शामिल हैं। ईडी ने डिजिटल ट्रांजेक्शनों और सौम्या चौरसिया के हस्तलिखित नोट्स बरामद किए हैं, जो नकदी हस्तांतरण की पुष्टि करते हैं। इस नेटवर्क को कॉल लेवी रैकेट के नाम से जाना जाता है, जिसमें कोयला मंत्रालय के अधिकारी और नौकरशाह भी कथित तौर पर लिप्त हैं।
0 जमानत मिले आरोपियों को प्रदेश से बाहर किया
इस बीच, कोर्ट ने IAS अधिकारियों समीर विश्नोई रणु साहू को सशर्त जमानत दी है।उन्हें जांच से दूर रहने का आदेश दिया है, उनके सहित सौम्या चौरसिया को छत्तीसगढ़ से बाहर रहने को कहा गया है। मामले की जटिलता को देखते हुए हवाला और मल्टी-लेयर ट्रांजेक्शनों की जांच जारी है।
ईडी अधिकारियों का दावा है कि यह घोटाला छत्तीसगढ़ के कोयला खनन क्षेत्र में भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा मामला हो सकता है। जांच आगे भी जारी रहेगी, और जल्द ही और खुलासे होने की संभावना है।