अरे,ये क्या..? : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी को पत्र लिखा,छत्तीसगढ़ के किसी बीजेपी नेता को उपराष्ट्रपति बनाएं…पढ़िए पूरी चिट्ठी

00 बैज ने पत्र में चार बीजेपी नेता रमेश बैस, डॉ. रमन सिंह, ननकीराम कंवर, और धरमलाल कौशिक के नाम सुझाए है। उन्होंने कहा कि ये नेता अनुभवी हैं और छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम हैं।

TTN

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उपराष्ट्रपति के रिक्त पद के लिए छत्तीसगढ़ से किसी वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी नेता को नियुक्त करने की मांग की है। यह पत्र 25 जुलाई 2025 को लिखा गया, जब पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद यह पद खाली हुआ।

0 पत्र में इनके सुझाए गए नाम

दीपक बैज ने अपने पत्र में छत्तीसगढ़ के इन चार प्रमुख बीजेपी नेताओं के नाम प्रस्तावित किए हैं….

रमेश बैस: सात बार रायपुर से सांसद और त्रिपुरा, झारखंड, और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल।

डॉ. रमन सिंह: छत्तीसगढ़ विधानसभा के वर्तमान अध्यक्ष और तीन बार के पूर्व मुख्यमंत्री।

ननकीराम कंवर : अविभाजित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मंत्री रहे,अनेक बार विधायक रहे

धरमलाल कौशिक: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष,वरिष्ठ बीजेपी नेता।

0 और क्या लिखा है पत्र में

बैज ने पत्र में तर्क दिया कि छत्तीसगढ़ ने लोकसभा चुनावों में बीजेपी को लगातार समर्थन दिया है। 2014 और 2024 में 11 में से 10 सीटें और 2019 में 9 सीटें बीजेपी ने जीतीं, लेकिन इसके बावजूद राज्य को केंद्रीय मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व नहीं मिला। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के बीजेपी सांसदों को केवल राज्य मंत्री के पद मिले हैं, और उपराष्ट्रपति के पद पर किसी छत्तीसगढ़ नेता की नियुक्ति से राज्य की आकांक्षाओं को प्रतिनिधित्व मिलेगा।

0 बीजेपी पर तंज है या फिर कुछ और

बैज का यह कदम राजनीतिक रूप से चौंकाने वाला माना जा रहा है, क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा बीजेपी नेता को उपराष्ट्रपति बनाने की मांग असामान्य है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम बीजेपी पर व्यंग्य हो सकता है, जिसमें यह संदेश दिया गया है कि छत्तीसगढ़ को उसके योगदान के बावजूद केंद्र में उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिला।

0 बीजेपी की अब तक कोई टिप्पणी नहीं

गैर तलब है कि जगदीप धनखड़ ने 2025 में उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद यह पद रिक्त है। दीपक बैज की इस मांग पर अभी तक केंद्र सरकार या बीजेपी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।