

पानीपत।हरियाणा के पानीपत में एक महिला स्कूल टीचर ने 8वीं कक्षा के बच्चों को कलमा पढ़वाया। इस बात का खुलासा तब हुआ जब बच्चे स्कूल से घर जाकर कलमा गुनगुनाने लगे। बच्चों को कलमा गुनगुनाते देख परिजन भी सकते में आ गए। उन्होंने तुरंत स्कूल पहुंचकर मामले की शिकायत दी। परिजनों की शिकायत पर महिला स्कूल टीचर को तुरंत बर्खास्त कर दिया गया। मामला शहर में चल रहे सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल का है। इसमें 2 दिन पहले मॉर्निंग असेंबली के बाद स्कूल लगा था।
O घर में बच्चे गुनगुनाए तो पता चला
इसी में कक्षा 8वीं में संस्कृत की टीचर महजीब अंसारी उर्फ माही ने लेक्चर लिया। इस लेक्चर के दौरान टीचर ने बच्चों को कलमा पढ़ाया। स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चे घर पहुंचे। वहां पहुंच कर उन्होंने कलमा गुनगुनाया। इसे परिजनों ने सुन लिया। तब बच्चों से जानकारी ली गई, तो उन्हें पता चला कि स्कूल में मैडम ने सिखाया है। इसके बाद आसपास के सभी अभिभावकों ने आपसी तौर पर बातचीत की।
O अभिभावकों का प्रदर्शन, टीचर को किया बर्खास्त
इसके बाद शनिवार को 8वीं कक्षा के बच्चों के अभिभावक इकट्ठे होकर स्कूल पहुंचे और नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। मामले की सूचना पुलिस को भी दी गई। काफी देर तक स्कूल प्रशासन, अभिभावकों और टीचर के बीच बातचीत चलती रही। अभिभावकों ने स्कूल में कहा कि ऐसी चीजें सहन नहीं की जाएंगी। साथ ही महिला टीचर को स्कूल से निकालने की मांग रखी। अभिभावकों की मांग पर स्कूल प्रिसिंपल ने टीचर को सेवामुक्त कर दिया।
O बच्चों ने ही पूछा था सो बताया
स्कूल प्रिसिपल इंदु ने बताया कि आरोपी शिक्षिका माही पिछले एक साल से स्कूल में बच्चों को संस्कृत पढ़ा रही थी। उसे संस्कृत पढ़ाने के लिए स्कूल में रखा गया था। घटना को लेकर प्रिसिंपल ने कहा कि जब मैंने माही से कलमा पढ़वाने के संबंध में बातचीत की तो उसने बताया छात्रों ने ही पूछा था कि हिंदू पूजा जैसै आरती,हनुमान चालीसा गाते हैं। उसी तरह क्या मुस्लिम लोग भी किसी मंत्र का जाप करते हैं। इसके बाद माही ने बच्चों की जिज्ञासा शांत करने के लिए हमने कलमे की एक लाइन बता दी।
O मुस्लिम शिक्षिका नाम माही क्यों ?
प्रिंसिपल ने कहा कि टीचर भी अपनी इस हरकत पर शर्मिंदा थी और उसने माफी मांगी है। अभिभावकों की मांग पर टीचर को रिलीव कर दिया गया है। आरोपी शिक्षिका के नाम को लेकर जब अभिभावकों ने सवाल पूछा तो प्रिंसिपल ने बताया कि उसका नाम महजबीन काफी बड़ा है। इसलिए उसे माही नाम से पुकारते हैं। रजिस्टर में असली नाम ही है।


