TTN Desk
भारतीय सेना में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है और इसी कड़ी में सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया ने एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है. उन्हें हाल ही में नौसेना का फाइटर पायलट बनाया गया है, जिसके साथ वह भारतीय नौसेना की पहली महिला फाइटर पायलट बन गई हैं. विशाखापत्तनम में उन्हें ‘विंग्स ऑफ गोल्ड’ से सम्मानित किया गया, जो देश की अनगिनत लड़कियों और महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है.
0 शिक्षक माता पिता की बेटी जिसने देश सेवा को चुना
आस्था पूनिया मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के हिसावदा गांव की निवासी हैं, हालांकि उनका पूरा परिवार मेरठ में रहता है. उनके माता-पिता दोनों ही शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं; उनके पिता अरुण चौधरी जवाहर नवोदय विद्यालय में गणित के शिक्षक हैं और उनकी मां संयोगिता एक प्राइमरी स्कूल की प्रिंसिपल हैं. आस्था की प्रारंभिक शिक्षा गिरधारी लाल पब्लिक स्कूल से हुई और उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई एसडी पब्लिक स्कूल, बघरा और मुजफ्फरनगर में पूरी की.
0 कंप्यूटर साइंस में बीटेक के बाद चुना देश सेवा का मार्ग
अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, आस्था ने राजस्थान के जयपुर स्थित वनस्थली विद्यापीठ से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की. बीटेक की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने यह निश्चय कर लिया था कि वह किसी निजी कंपनी में काम करने के बजाय देश की सेवा करेंगी. इसी दृढ़ संकल्प के साथ, आस्था पूनिया ने रक्षा क्षेत्र को चुना.
बीटेक के बाद, आस्था ने सर्विसेज सिलेक्शन बोर्ड (SSB) की कठिन परीक्षा सफलतापूर्वक पास की और साक्षात्कार भी क्रैक कर लिया. इसके बाद उन्होंने सभी आवश्यक मेडिकल और ट्रेनिंग प्रक्रियाओं को पूरा किया और आखिरकार भारतीय नौसेना में एक अधिकारी के रूप में अपनी जगह बनाई. उनकी यह उपलब्धि महिला सशक्तिकरण और देश सेवा के प्रति उनके समर्पण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है.