00 बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के जरिए ‘इंडिया’ गठबंधन का शक्ति प्रदर्शन, सुपौल में प्रियंका गांधी ने किया जनता को संबोधित
TTN Desk
पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कराए गए विशेष मतदाता पुनरीक्षण (SIR) के विरोध में ‘इंडिया’ गठबंधन की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ मंगलवार को सुपौल पहुँची। इस यात्रा में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के साथ तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी भी शामिल हुए, जिससे महागठबंधन के कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बना।
0 सुपौल और मधुबनी में यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं में भारी जोश
सुपौल में सड़क पर ‘इंडिया’ गठबंधन के कार्यकर्ता भारी संख्या में नजर आए। राहुल और प्रियंका एक वाहन पर सवार होकर लोगों का अभिवादन कर रहे थे। इस दौरान ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के बैनर और पोस्टर हर जगह दिखाई दे रहे थे, जिससे यह स्पष्ट हो रहा था कि महागठबंधन इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच अपनी पैठ मजबूत करना चाहता है। यात्रा में महागठबंधन के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
0 प्रियंका गांधी का संबोधन
सुपौल में जनता को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने बीजेपी और एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने मतदाताओं की पहचान को प्रभावित करने की कोशिश की है, जो लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा है।
प्रियंका ने कहा, “यह यात्रा सिर्फ वोटरों के अधिकार की रक्षा के लिए नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। बीजेपी सरकार मतदाता पुनरीक्षण के नाम पर उन लोगों के नाम हटा रही है जो उनके खिलाफ वोट देते हैं। हमें इस साजिश को मिलकर विफल करना होगा।” उन्होंने आगे कहा कि अगर आज हम चुप रहे तो कल हमारे वोट देने का अधिकार भी छिन सकता है। उन्होंने लोगों से एकजुट होकर अपने अधिकारों की रक्षा करने की अपील की।
0 बीजेपी ने किया ‘इंडिया’ गठबंधन पर हमला
‘इंडिया’ गठबंधन की यात्रा पर पलटवार करते हुए बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता ने एसआईआर के मुद्दे को पूरी तरह से नकार दिया है। जायसवाल ने तंज कसते हुए कहा, “‘इंडिया’ गठबंधन का टायर अब पंचर हो चुका है। वे जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनता सब जानती है।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ‘इंडिया’ गठबंधन इस यात्रा के माध्यम से विधानसभा चुनाव से पहले अपने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने और मतदाता पुनरीक्षण के मुद्दे को एक बड़े राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा है।