OO 14 मई 2025 को पाकिस्तान रेंजर्स ने भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान पूर्णम कुमार शॉ (जिन्हें कुछ जगहों पर साहू भी लिखा गया) को रिहा कर दिया, जो 23 अप्रैल 2025 से उनकी हिरासत में थे।
TTN Desk
शॉ को सुबह 10:30 बजे अटारी-वाघा बॉर्डर पर भारत को सौंपा गया। यह घटना तब हुई जब शॉ, जो 182वीं बटालियन में तैनात थे, पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में ड्यूटी के दौरान अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए थे। यह घटना कश्मीर के पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या करने वाले आतंकी हमले के एक दिन बाद हुई थी, जिसके बाद सीमा पर तनाव बढ़ गया था।
O रिहाई की प्रक्रिया
बीएसएफ ने बयान जारी कर कहा कि जवान की वापसी “नियमित फ्लैग मीटिंग्स और अन्य संचार चैनलों के माध्यम से लगातार प्रयासों” के परिणामस्वरूप हुई। रिहाई प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार पूरी की गई।शॉ की रिहाई को भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को हुई युद्धविराम समझौते के बाद संभव माना जा रहा है, जो भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जवाब में बढ़े तनाव के बाद हुआ था।
O परिवार और सरकार की प्रतिक्रिया
शॉ की पत्नी रजनी साहू ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हस्तक्षेप की मांग की थी। ममता ने रजनी को फोन कर आश्वासन दिया था कि उनके पति की स्थिति ठीक है और उनकी रिहाई के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने भी केंद्र सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की थी।रजनी ने एक संभावित स्वैप की उम्मीद जताई थी, क्योंकि 3 मई को बीएसएफ ने राजस्थान में एक पाकिस्तानी रेंजर को हिरासत में लिया था। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि रिहाई इस स्वैप का हिस्सा थी।
O क्या है पूरा मामला
शॉ ‘किसान गार्ड’ यूनिट का हिस्सा थे, जो सीमा के पास खेती करने वाले भारतीय किसानों की सुरक्षा करती है। 23 अप्रैल को तेज गर्मी के कारण वे एक पेड़ की छांव में आराम करने गए, जहां पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया।पाकिस्तान ने उनकी हिरासत की पुष्टि करते हुए दो तस्वीरें जारी की थीं, जिनमें एक में शॉ की आंखों पर पट्टी बंधी थी।बीएसएफ ने कई फ्लैग मीटिंग्स कीं, लेकिन शुरू में कोई नतीजा नहीं निकला।
O अब आगे क्या.?
शॉ की वापसी के बाद उनकी मेडिकल जांच की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पाकिस्तानी हिरासत में उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ।यह घटना भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच हुई, जहां हाल ही में ड्रोन हमले, हवाई घुसपैठ और युद्धविराम उल्लंघन की घटनाएं सामने आई थीं।