TTN Desk
मुंबई में मंगलवार शाम को हुई भारी बारिश के कारण मोनोरेल में बिजली की खराबी आ गई, जिससे वह बीच रास्ते में ही रुक गई। यह घटना मायसोर कॉलोनी और भक्ति पार्क स्टेशनों के बीच हुई। दो घंटे से भी ज्यादा चले बचाव अभियान के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इस दौरान एक यात्री को अस्पताल में भर्ती भी करना पड़ा।
0 यात्रियों ने सुनाई आपबीती
यात्रियों ने बताया कि ट्रेन ऊंचे ट्रैक पर थी और बिजली बंद होने से एयर कंडीशनिंग सिस्टम भी बंद हो गया था। इससे डिब्बे में दम घुटने जैसी स्थिति बन गई, जिससे कई लोग घबरा गए। यात्रियों का कहना है कि ट्रेन शाम 6:15 बजे रुकी, लेकिन बचाव कार्य शुरू होने में करीब एक घंटा लग गया। एक यात्री ने बताया कि वे लगभग पौने दो घंटे तक फंसे रहे और अधिकारियों से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था। कुछ यात्रियों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी, जिसके बाद खिड़कियों के शीशे तोड़ने की कोशिश भी की गई।
0 मुख्यमंत्री ने दिया जांच का आदेश
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना पर ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा और इस घटना की पूरी जांच की जाएगी। उन्होंने लिखा, “तकनीकी कारणों से मोनोरेल चेंबूर और भक्ति पार्क के बीच फंस गई। एमएमआरडीए, दमकल विभाग और नगर निगम की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
बचाव कार्य के लिए दमकल विभाग ने तीन स्नॉर्कल क्रेनों का इस्तेमाल किया।
0 बिजली सप्लाई में खराबी के साथ ओवरलोड को बताया वजह
मुंबई मोनोरेल के अनुसार, यह एक मामूली बिजली आपूर्ति की समस्या थी। नगर आयुक्त भूषण गगरानी ने बताया कि ट्रेन में क्षमता से अधिक यात्री थे, जिसके कारण यह ओवरलोड हो गई थी। एमएमआरडीए के संयुक्त आयुक्त अस्तिक पांडे ने बताया कि मोनोरेल की क्षमता 109 मीट्रिक टन है, लेकिन अत्यधिक भीड़ के कारण यह ओवरलोड हो गई। एक मोड़ पर बिजली की सप्लाई में यांत्रिक रुकावट आने से आपातकालीन ब्रेक लग गया और ट्रेन रुक गई।
फिलहाल, फंसे हुए यात्रियों के रेस्क्यू के साथ उनके लिए बेस्ट की बसों और मेडिकल टीमों की व्यवस्था की गई ।