00 समाज के मन-वचन-कर्म से सहयोग और समर्थन से देश में परिवर्तन आएगा
00 मातृशक्ति में समाज के उद्धार का विचार स्वाभाविक: सरसंघचालक
TTN Desk
सोलापुर, पश्चिम महाराष्ट्र (17 जुलाई 2025): राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने सोलापुर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि महिला सशक्तिकरण राष्ट्र की प्रगति का आधार है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वात्सल्य का वरदान प्राप्त मातृशक्ति में समाज के उद्धार का विचार स्वाभाविक रूप से होता है। जब यह शक्ति संगठित और सशक्त हो जाएगी, तो राष्ट्र की उन्नति निश्चित है।
डॉ. भागवत ने कहा कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को मन, वचन और कर्म से सहयोग और समर्थन प्रदान करना होगा। उन्होंने रूढ़िवादी रीति-रिवाजों और परंपराओं से महिलाओं को मुक्त करने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि वे अपनी पूरी क्षमता का उपयोग कर सकें। उनके अनुसार, समाज में परिवर्तन तभी संभव है जब सभी वर्गों, विशेषकर महिलाओं को, समान अवसर और सम्मान मिले।
0 सेवाभाव से समाज उत्थान का काम करें
उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत विश्व के लिए मार्गदर्शक बन सकती है, बशर्ते समाज एकजुट होकर सशक्तिकरण के लक्ष्य की ओर बढ़े। इस अवसर पर उन्होंने स्वयंसेवकों से आह्वान किया कि वे गांव-गांव तक जाकर लोगों को संगठित करें और सेवा भाव से समाज के उत्थान के लिए काम करें।