OO प्रयागराज के महाकुंभ नगर में किन्नर अखाड़े की प्रमुख जगद्गुरु हिमांगी सखी के कैंप पर दर्जनों युवकों ने हमला कर दिया. हमलावरों ने कैंप को चारों ओर से घेरकर तोड़फोड़ की और हिमांगी सखी को बंधक बनाने की कोशिश की. घटना के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई.
TTN Desk
यह हमला महाकुंभ नगर के सेक्टर-8 स्थित कैंप में हुआ. हिमांगी सखी के मुताबिक लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी करीब 50-60 लोगों के साथ उनके शिविर में आईं. ये लोग लाठी-डंडों, तलवार, फरसा और त्रिशूल जैसे हथियारों से लैस थे. हिमांगी सखी का कहना है कि हमलावरों ने उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी को पकड़ लिया और फिर उन पर लात-घूंसों व डंडों से हमला किया, हमले में वे गंभीर रूप से घायल हो गईं.
O ममता कुलकर्णी का किया था विरोध
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हमलावरों ने उनके शिविर से करीब 10 लाख रुपये नकद और सोने के आभूषण लूट लिए. जाते-जाते उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई. हिमांगी सखी का कहना है कि यह हमला इसलिए हुआ क्योंकि वे किन्नर अखाड़े में ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने का विरोध कर रही थीं.
O कौन है हिमांगी सखी ?
महामंडलेश्वर हिमांगी सखी मूल रूप से मुंबई की रहने वाली हैं. माता-पिता के निधन और बहन की शादी के बाद वे वृंदावन चली गईं, जहां उन्होंने गुरु की शरण में रहकर शास्त्रों का अध्ययन किया. बाद में गुरु की आज्ञा से वे धर्म प्रचार के लिए मुंबई लौटीं.
मुंबई में उन्होंने कुछ समय तक फिल्मों में भी अभिनय किया, लेकिन अंततः धर्म के प्रचार-प्रसार में समर्पित हो गईं., हाल ही में परी अखाड़े ने उन्हें जगद्गुरु की उपाधि दी थी. महाकुंभ के दौरान उन्होंने किन्नर मुस्कान को महामंडलेश्वर घोषित किया था, लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया.