OO एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का स्टारशिप रॉकेट अपने लॉन्च के कुछ मिनट बाद ही आग के गोले में तबदील हो गया. लॉन्चिंग के तुरंत बाद ही वह कंट्रोल से बाहर हो गया और कुछ ही सेकंड्स में उसमे तेज धमाका हुआ, जिसके बाद उसके कई टुकड़े हो गए. स्टारशिप रॉकेट के ये टुकड़े दक्षिण फ्लोरिडा और बहामास के पास आसमान में बिखर गए. आपको बता दें कि 403 फुट लंबे इस रॉकेट ने टेक्सास से उड़ान भरी थी. बताया जा रहा है कि पहले चरण में स्पेसएक्स ने सफलतापूर्वक उड़ान पकड़ ली थी लेकिन कुछ समय बाद ही इस अंतरिक्ष यान ने अपना नियंत्रण खो दिया.
TTN Desk
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के कई मिशन सफल भी हुए हैं लेकिन उन्हें स्टारशिप के आठवें टेस्ट में बडा़ झटका लगा है। लॉन्चिंग के कुछ मिनट बाद ही रॉकेट का संपर्क टूट गया और यह आसमान में ही फट गया। रॉकेट में धमाका होने के बाद आग के गोल आसमान में बिखर गए और धरती की तरफ गिरने लगे। बहामास के आसमान में गिरते हुए रॉकेट के टुकड़ों का वीडियो भी सामने आया है।
O मिशन पूरी तरह विफल नहीं हुआ ये है कंपनी का दावा
स्पेसएक्स का कहना है कि टेस्ट के दौरान सुपर हेवी बूस्टर अच्छी तरह काम कर रहा था। ऐसे में इस मिशन को पूरी तरह असफल नहीं कहा जा सकता है। स्पेसएक्स के इस मिशन से अहम डेटा जुटाने में मदद मिली है। बता दें कि स्पेसएक्स ने टेक्सास के बोका चीका लॉन्च पैड से इस मिशन को लॉन्च किया था। लॉन्च के बाद बूस्टर रॉकेट से अलग हो गया। प्लान के मुताबिक इस समंदर में गिराया गया। ऐसे में मिशन का एक हिस्सा सफल माना गया है।
O दो महीने पहले भी हुआ था विफल
स्पेसएक्स ने कहा कि अचानक रॉकेट में कुछ ऐसा हुआ कि हमारा संपर्क कट गया। इसके बाद टीम ने सिक्योरिटी अधिकारियों के साथ मिलाकर इसे बचाने की कोशिश की। कंपनी ने कहा कि इस फ्लाइट टेस्ट का डेटा चेक किया जाएगा। इस विफलता से भी बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। दो महीने पहले भी स्टारशिप का टेस्ट किया गया था जो कि विफल हो गया था।
O आठवीं बार में भी नहीं मिली पूरी सफलता
आठवीं बार जब मिशन को टेस्ट करने की कोशिश की तो पहले तो रॉकेट बिल्कुल प्लान के मुताबिक ही लॉन्च हुआ। सूर्यास्त से पहले 403 फीट यानी 123 मीटर के इस रॉकेट को लॉन्च किया गया था। नासा भी इस मिशन पर पूरा ध्यान लगाए हुए थे। स्पेसएक् ने पहले से ही चंद्रमा पर लोगों को भेजने की बुकिंग कर रखी है। इससे पहले स्टारशिप ने चार मॉक सैटलाइट लॉन्च किए थे। इससे पहले के टेस्ट में स्पेसएक्स का रॉकेट सफलतापूर्वक वापस भी आ गया था। इसमें किसी तरह का नुकसान भी नहीं हुआ था। जांच में पता चला है कि आसमान में आग लगने की वजह फ्यूल का लीक होना हो सकता है। इससे स्पेसक्राफ्ट का इंजन बंद हो जाता है।