भविष्य के लिए कौशल: बालको के वेदांता स्किल स्कूल में AI ट्रेनिंग का ऐतिहासिक आगाज़

TTN Desk

बालकोनगर: वेदांता समूह की अग्रणी कंपनी भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने विश्व युवा कौशल दिवस के उपलक्ष्य पर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बालकोनगर स्थित प्रतिष्ठित वेदांता स्किल्स स्कूल में “एआई और डिजिटल स्किल्स के माध्यम से युवा सशक्तिकरण” की थीम पर केंद्रित “एवीएनपी एआई स्किल्स ट्रेनिंग प्रोग्राम” का भव्य शुभारंभ किया गया। इस साप्ताहिक कार्यक्रम में 150 से अधिक युवाओं और प्रशिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो भविष्य की डिजिटल चुनौतियों के लिए युवाओं को तैयार करने की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा।
AI कौशल: 20 दिवसीय गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम
यह AI स्किल्स ट्रेनिंग प्रोग्राम 20 दिनों तक चलेगा, जिसमें प्रतिदिन 2 घंटे का गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस 20 घंटे के अनिवार्य प्रशिक्षण मॉडल को तीन मुख्य भागों में विभाजित किया गया है:

1 सेंटर-बेस्ड ट्रेनिंग: प्रारंभिक सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान।

2 वर्तमान प्रशिक्षुओं हेतु इंटीग्रेटेड ट्रेनिंग: मौजूदा कौशल के साथ AI का एकीकरण।

3 वर्कप्लेस आधारित ऑन-साइट ट्रेनिंग: वास्तविक कार्यस्थल पर AI का व्यावहारिक अनुप्रयोग।

0 उच्च गुणवत्ता और निगरानी

सभी प्रशिक्षण सत्रों की निगरानी एशियन वेंचर फिलैन्थ्रपी नेटवर्क (एवीएनपी) के एएनयूडीआईपी, एलएमएस सिस्टम द्वारा की जाएगी, जो कार्यक्रम की गुणवत्ता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करेगा। प्रशिक्षकों को ‘ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स’ कार्यक्रम के तहत विशेष रूप से प्रमाणित किया गया है, ताकि वे नवीनतम AI तकनीकों का सटीक ज्ञान प्रदान कर सकें। प्रशिक्षुओं का चयन “एंट्री गेट असेसमेंट” के माध्यम से किया जा रहा है, जिससे योग्य और इच्छुक उम्मीदवारों का चुनाव हो सके।

0 बालको का दृष्टिकोण: आत्मनिर्भर और भविष्य के लिए तैयार युवा

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक, श्री राजेश कुमार ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “वर्तमान युग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल तकनीकों का है। बालको में हम मानते हैं कि युवाओं को इन अत्याधुनिक कौशलों से सशक्त करना समय की मांग है।” उन्होंने आगे कहा कि वेदांता स्किल्स स्कूल के माध्यम से बालको न केवल युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त कर रहा है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और भविष्य के लिए तैयार भी कर रहा है। “हमारा लक्ष्य है एक ऐसी पीढ़ी का निर्माण, जो नवाचार, नैतिकता और डिजिटल समझ के साथ आगे बढ़े,” श्री कुमार ने जोर दिया। बालको युवा प्रतिभाओं में विश्वास रखता है और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

0 प्रेरणादायक गतिविधियां और रचनात्मकता का प्रदर्शन

शुभारंभ कार्यक्रम में कई प्रेरणादायक और शिक्षाप्रद गतिविधियां आयोजित की गईं जो इस प्रकार रही…

* वाद-विवाद प्रतियोगिता: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की नैतिकता पर गहन विचार-विमर्श।

* मॉडल निर्माण: साइबर सुरक्षा विषय पर अभिनव मॉडलों का प्रदर्शन।

* कौशल-विकास कार्यशालाएँ: सीवी लेखन और मॉक इंटरव्यू पर आधारित व्यावहारिक सत्र।

* सांस्कृतिक प्रस्तुतियां: युवाओं की रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने वाले मनमोहक कार्यक्रम।

* विशेष आकर्षण: एक नाट्य प्रस्तुति जिसमें एआई की विभिन्न शाखाओं और उनके दैनिक जीवन में उपयोग को प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया।
इस कार्यक्रम में बालको के मुख्य कॉर्पोरेट अफेयर्स एवं प्रशासन अधिकारी कैप्टन धनंजय मिश्रा, जिला रोजगार अधिकारी कोरबा के प्रतिनिधि, स्थानीय हितधारक और बड़ी संख्या में प्रशिक्षु उपस्थित रहे।

0 वेदांता स्किल्स स्कूल: कौशल विकास का एक सफल ट्रैक रिकॉर्ड

वेदांता स्किल्स स्कूल ने अपनी स्थापना के बाद से अब तक 13 हजार से अधिक युवाओं को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया है। इन प्रशिक्षित युवाओं को देशभर के 22 राज्यों में स्थित 45 प्रतिष्ठित कंपनियों में रोजगार के अवसर मिले हैं। इस वर्ष “मोबाइल रिपेयरिंग ट्रेड” की शुरुआत के साथ, प्रशिक्षण ट्रेड्स की कुल संख्या बढ़कर 7 हो गई है, जो विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकास की बालको की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। बालको निरंतर कौशल, नवाचार और समावेशन के माध्यम से एक ‘फ्यूचर-रेडी जनरेशन’ तैयार करने के अपने संकल्प को दोहराता है।