

TTN डेस्क
20 दिसंबर 2025 को छत्तीसगढ़ के भिलाई में बड़ा विवाद हुआ। गाजियाबाद की एक सर्वे कंपनी “वाट्स इंडिया थिंक” की टीम सेक्टर-4 में सर्वे कर रही थी। इस सर्वे में 24 सवाल थे, जिनमें सरकार की योजनाओं के अलावा पूर्व कांग्रेस सरकार के कथित शराब घोटाले और भूपेश बघेल की संभावित गिरफ्तारी से जुड़े मुद्दे शामिल थे। खास तौर पर एक सवाल था: “क्या भूपेश बघेल को गिरफ्तार किया जाना चाहिए?”
कांग्रेस नेताओं – जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, महापौर धीरज बाकलीवाल और अन्य कार्यकर्ताओं – ने टीम के 6 सदस्यों को मौके पर रोक लिया और भट्ठी थाने ले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सर्वे अनधिकृत और राजनीतिक रूप से प्रेरित है। कांग्रेसी एफआईआर दर्ज कराने पर अड़े रहे, जिससे थाने में हंगामा हुआ। दावा किया गया कि राज्य भर में ऐसी करीब 70 टीमें सक्रिय हैं।
0 भूपेश बघेल का जवाब
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज ही X (ट्विटर) पर पोस्ट कर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर सीधा आरोप लगाया:
“अमित शाह जी! डरूँगा नहीं।
तमाम तरह के हथकंडे अपनाकर मुझे बदनाम करने की कोशिशों के बाद अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सर्वे करवा रहे हैं।
सर्वे एजेंसी की 70 टीमें छत्तीसगढ़ में जगह जगह जाकर लोगों से पूछ रही हैं कि क्या भूपेश बघेल को गिरफ़्तार किया जाना चाहिए?
आज भिलाई में एक टीम के सदस्यों को मेरे साथियों ने पकड़ा तो राज़ खुला।
ग़ज़ब के गृहमंत्री हैं। विधि सम्मत कार्रवाई करने की जगह सर्वेक्षण करवा रहे हैं।
पहले महादेव सट्टा ऐप में मुझ पर अनर्गल आरोप लगाए। अब पीएमओ के अधिकारियों के ही सट्टेबाज़ी में होने के चर्चे होने लगे तो शराब घोटाले में घसीटने की कोशिश हो रही है।
अमित शाह जी, सुन लीजिए, चाहे जो हथकंडा अपनाइए, छत्तीसगढ़ की जनता मेरे और कांग्रेस के साथ खड़ी है।
मैं कांग्रेस का सिपाही हूं। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गोरों की परवाह नहीं की तो आपसे क्योंकर डरने लगे?
न डरे हैं, न डरेंगे। लड़ें हैं और लड़ेंगे।”
0 पृष्ठभूमि: शराब घोटाला जांच
यह घटना छत्तीसगढ़ के कथित ₹2,100 करोड़ से अधिक के शराब घोटाले से जुड़ी है, जिसमें ED सक्रिय जांच कर रही है। 2025 में ED ने भूपेश बघेल के ठिकानों पर कई छापे मारे, उनके बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया और उनकी संपत्तियां कुर्क कीं। कांग्रेस इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताती है, जबकि BJP सरकार इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई मानती है।


