सोनो, 14 सितंबर – बिहार में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की एकजुटता उस समय सवालों के घेरे में आ गई, जब सोनो प्रखंड के बटिया में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में जमकर हंगामा हुआ. केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर और जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक समेत कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में एनडीए के दो सहयोगी, निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह और जदयू नेता संजय प्रसाद के समर्थक आपस में भिड़ गए. हंगामे के चलते मुख्य अतिथियों को बिना संबोधित किए ही मंच से वापस लौटना पड़ा.
0 मंच पर हाथापाई और धक्का-मुक्की
कार्यक्रम की शुरुआत से ही सुमित सिंह और संजय प्रसाद के समर्थकों के बीच तनाव साफ दिख रहा था. दोनों पक्षों के कार्यकर्ता अपने-अपने नेताओं के पक्ष में नारेबाजी कर रहे थे. स्थिति तब और बिगड़ गई जब केंद्रीय मंत्री समेत तमाम मेहमानों के सामने मंच पर ही संजय प्रसाद और सुमित सिंह आपस में उलझ गए. इसके बाद दोनों पक्षों के समर्थक भी आपस में भिड़ गए. माहौल इतना अराजक हो गया कि पुलिस और सुरक्षाबलों को स्थिति को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
0 वापस लौटे मुख्य अतिथि
मंच पर मचे बवाल के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर और पूर्व मंत्री श्याम रजक समेत सभी मुख्य अतिथियों को आनन-फानन में मंच से नीचे उतारा गया. वे बिना किसी संबोधन के ही कार्यक्रम स्थल से वापस लौट गए. इस घटना के बाद संजय प्रसाद भी अपने समर्थकों के साथ लौट गए. आधे घंटे तक चले इस हंगामे के बाद सुमित सिंह और उनके समर्थकों ने कार्यक्रम जारी रखा, जिसमें उन्होंने सरकार की उपलब्धियों को गिनाया.
0आपसी खींचतान बनी वजह
इस हंगामे के पीछे सुमित सिंह और संजय प्रसाद के बीच की पुरानी राजनीतिक दुश्मनी को मुख्य कारण माना जा रहा है. 2020 के विधानसभा चुनाव में दोनों एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़े थे, जिसमें निर्दलीय उम्मीदवार सुमित सिंह ने संजय प्रसाद को हराया था. चुनाव जीतने के बाद सुमित सिंह ने नीतीश कुमार को समर्थन दिया और उन्हें मंत्री पद मिला. आगामी चुनावों को देखते हुए दोनों ही नेता टिकट के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं, जिसका नतीजा बटिया के इस सम्मेलन में खुलकर सामने आया.
0 वरिष्ठ नेताओं ने किया बचाव
हंगामे के बाद दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. सुमित सिंह ने आरोप लगाया कि संजय प्रसाद ने जानबूझकर उपद्रवी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर कार्यक्रम को खराब करने की कोशिश की. वहीं, संजय प्रसाद ने आरोप लगाया कि निर्दलीय विधायक के समर्थकों ने मंच पर आकर हंगामा किया क्योंकि उनकी कुर्सी उचित स्थान पर नहीं थी. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने इस घटना का बचाव करते हुए कहा कि यह सब कार्यकर्ताओं के “अति उत्साह” के कारण हुआ.
0 लोजपा (रामविलास) ने जताई नाराजगी
इस सम्मेलन में लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव संजय मंडल भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे, लेकिन मंच पर अपनी पार्टी और अपने नेता के लिए उचित सम्मान न देखकर वे भी वापस लौट गए. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके नाम की कुर्सी मंच पर तीसरी कतार में रखी गई थी, जो सम्मानजनक नहीं थी.