बिहार चुनाव : जन सुराज ने 51 उम्मीदवारों की पहली सूची में ही खेल दिया बड़ा दांव

00 काबिलियत और सामाजिक न्याय का बेजोड़ मिश्रण बना दोनों गठबंधनों को दी चुनौती

TTN डेस्क

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले, चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर (PK) ने अपने वादे को पूरा करते हुए अपनी पार्टी जन सुराज के 51 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस घोषणा के साथ, जन सुराज चुनाव में उम्मीदवारों की घोषणा करने वाला पहला बड़ा दल बन गया है।
इस सूची की सबसे बड़ी विशेषता इसका अभूतपूर्व सामाजिक और पेशेवर समीकरण है, जिसमें जातिगत संतुलन के साथ-साथ शिक्षा, विशेषज्ञता और हाशिए के वर्गों को प्रमुखता दी गई है।

0 सामाजिक समरसता पर प्रशांत किशोर का दाँव

जन सुराज ने इस सूची के माध्यम से बिहार की पारंपरिक राजनीति को चुनौती देते हुए सामाजिक समरसता की मजबूत बानगी पेश की है। पारंपरिक कोर वोट बैंक की राजनीति से हटकर प्रशांत किशोर ने समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिया है।

| वर्ग | उम्मीदवारों की संख्या |
|

| अति पिछड़ा वर्ग (EBC) | 17 |

| पिछड़ा वर्ग (OBC) | 11 |

| सवर्ण (General) | 8-9 |

| मुस्लिम (अल्पसंख्यक) | 8-9 |
| अनुसूचित जाति (SC) | 7 |

0 अनूठे प्रयोग और हाई-प्रोफाइल चेहरे

प्रशांत किशोर ने 51 नामों की इस सूची में कई ऐसे चौंकाने वाले और साहसिक प्रयोग किए हैं, जो बिहार की चुनावी चर्चा को बदल सकते हैं।

* ट्रांसजेंडर उम्मीदवार: जन सुराज ने गोपालगंज की भोरे (SC) विधानसभा सीट से प्रीति किन्नर को मैदान में उतारकर एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। यह कदम समाज के सबसे हाशिये पर मौजूद वर्ग को राजनीतिक मंच देने का बड़ा उदाहरण है।

* थारू और प्रजापति समाज को प्रतिनिधित्व: वाल्मीकि नगर (सामान्य सीट) से डॉ. नारायण प्रसाद (थारू जाति) और बेलहर से ब्रजकिशोर पंडित (प्रजापति समाज) को टिकट देकर अछूते सामाजिक समीकरणों को साधने का प्रयास किया गया है।

0 पेशेवर और विशेषज्ञ चेहरों पर भरोसा

जन सुराज ने उम्मीदवारों के चयन में काबिलियत को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। पटना के कुम्हरार से प्रसिद्ध गणितज्ञ और पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति केसी सिन्हा को उम्मीदवार बनाया गया है।

* वरिष्ठ अधिवक्ता चुनावी रण में: पटना हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता वाईवी गिरि, जो केंद्र सरकार के पूर्व अपर सॉलिसिटर जनरल भी रहे हैं, मांझी विधानसभा सीट से अपनी किस्मत आजमाएंगे।

* कला और राजनीति का संगम: भोजपुरी के मशहूर गायक और अभिनेता रितेश पांडे को काराकाट से टिकट देकर पार्टी ने युवा और कला जगत के चेहरों को भी महत्व दिया है।

0 बड़े राजनीतिक परिवार के उम्मीदवार

जनसुराज ने राजनीति में कुछ बड़े नाम के नेताओं का भी सहारा लिया। इनमें सबसे बड़ा नाम पूर्व मुख्यमंत्री स्व कर्पूरी ठाकुर का है। जनसुराज ने कर्पूरी ठाकुर की पोती जागृति ठाकुर को समस्तीपुर जिले के मोरवा विधानसभा से उतारा है। दूसरी बड़ी हस्ती है वरीय अवकाश प्राप्त आईएएस और जनता दल यू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की छोटी पुत्री लता सिंह अस्थावां विधानसभा से चुनाव लड़ेंगी।

0 चर्चित लोग भी लड़ेंगे जनसुराज से

दरभंगा : जनसुराज ने दरभंगा विधानसभा से पूर्व डी जी पी आर के मिश्रा को चुनावी जंग में उतारा है।
कुम्हरार जनसुराज ने कुम्हरार विधानसभा से भौतिकी शास्त्र के चर्चित लेखक के सी सिन्हा को बीजेपी के गढ़ में उतारा है
मटिहानी जनसुराज ने मटिहानी विधानसभा से आई जी आई एम एस के पूर्व निदेशक व न्यूरो के नामचीन चिकित्सक डॉ. अरुण कुमार को चुनावी युद्ध में उतारा है।

0 क्या दावा किया प्रशांत किशोर ने

प्रशांत किशोर का दावा है कि इन उम्मीदवारों का चयन “बिना किसी जाति, धर्म, पैसे या परिवार के दबाव के” किया गया है। जन सुराज की यह पहली सूची एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए चुनौती पैदा करती है, क्योंकि यह पारंपरिक वोट बैंक में सेंध लगाने की क्षमता रखती है।
क्या जन सुराज की यह नई राजनीतिक दिशा बिहार के चुनावी समीकरणों को बदलने में सफल होगी? आने वाला समय बताएगा।