0 स्वयंभू गौ रक्षकों ने बेटी की शादी के लिए गाय ले कर जा रहे दो दलित लोगों पर गौ तस्करी का आरोप लगा कर बर्बर यातनाएं दी गई है।इनकी बुरी तरह से पिटाई करने के बाद इनका आधा सिर मुंड दिया।दोनों को मवेशी के जैसे घास पत्ते मुंह में ठूस दिए,नाले का गंदा पानी पिलाया और फिर चौपाये जानवर के जैसे घुटनों पर चलवाया।वीडियो वायरल होने के बाद घटना सामने आई।पुलिस ने 9 लोगों को हिरासत में लिया है।
TTN Desk
गंजाम, 24 जून 2025: उड़ीसा के गंजाम जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सामाजिक और राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। खरिगुम्मा गांव में दो दलित युवकों, बुलू नायक (42) और बाबुला नायक (54), को गौ तस्करी के झूठे आरोप में स्वयंभू गौरक्षकों द्वारा बर्बरतापूर्ण यातना दी गई। यह घटना 22 जून को धाराकोटे पुलिस थाना क्षेत्र में हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद व्यापक आक्रोश फैल गया।
0 बेटी की शादी के लिए खरीदी थी गाय, गौ तस्करी का आरोप लगा हमला
दोनों युवक अपनी बेटी की शादी के लिए दहेज के रूप में गाय खरीदकर हरिपुर गांव से सिंगिपुर लौट रहे थे। खरिगुम्मा गांव में एक समूह ने उनके ऑटो को रोक लिया और गौ तस्करी का आरोप लगाकर उन पर हमला कर दिया।
0 दी गई अमानवीय यातनाएं
इन दोनों को पहले तो बेरहमी से पीटा गया फिर सिर का आधा हिस्सा मुंडवाया गया, 2 किलोमीटर तक घुटनों पर रेंगने को मजबूर किया गया, घास और नाले का गंदा पानी पिलाया गया।आर्थिक शोषण: 30,000 रुपये की उगाही की मांग, मोबाइल फोन और 700 रुपये नकद छीने गए।
0 पुलिस ने नौ को हिरासत में लिया
गंजाम पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए धाराकोटे पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (BNS) और SC/ST एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस अधीक्षक सुवendu कुमार पात्रा ने बताया कि छह से आठ लोग इस घटना में शामिल थे, जिनमें से नौ को हिरासत में लिया गया है, जांच जारी है।
0 राहुल गांधी ने की कड़ी निंदा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना को संवैधानिक मूल्यों पर हमला करार देते हुए कहा, “दो दलित युवकों को घुटनों पर चलने, घास खाने और गंदा पानी पीने के लिए मजबूर करना मनुवादी सोच की बर्बरता है।” कांग्रेस ने पांच सदस्यीय जांच समिति गठित की है, जिसके प्रमुख विधायक रामचंद्र कदम हैं। गंजाम जिला दलित महासंघ ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की।
0 सामाजिक आक्रोश: वायरल वीडियो ने उजागर की सच्चाई
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद समाज के विभिन्न वर्गों में गुस्सा भड़क उठा। पूर्व पीसीसी प्रमुख निरंजन पटनायक ने एक्स पर लिखा, “यह दिल दहलाने वाला है। केवल गाय खरीदने के लिए दो दलित युवकों को अपमानित और प्रताड़ित किया गया।” कई संगठनों ने इसे तालिबानी अत्याचारों से तुलना की।
0 गौ तस्करी के नाम पर भीड़ का न्यायतंत्र
यह घटना दलित समुदाय के खिलाफ बढ़ती हिंसा और गौ तस्करी के नाम पर मॉब जस्टिस की प्रवृत्ति को उजागर करती है। पीड़ितों का कहना है कि गायें दहेज के लिए खरीदी गई थीं, जो क्षेत्र में प्रचलित प्रथा है। यह घटना सामाजिक समानता और न्याय की चुनौतियों को रेखांकित करती है।
0 समाज में व्याप्त हिंसक व भेदभाव की मानसिकता उजागर
गंजाम की इस घटना ने समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव और हिंसा को फिर से सामने ला दिया है। पुलिस और प्रशासन से अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।