OO छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में 12 नक्सलियों को ढेर कर दिया. सुरक्षाबलों की ये कार्रवाई इसी महीने 6 जनवरी को बीजापुर में जवानों के काफिले पर हुए हमला का बदला माना जा रहा है, जिसमें 8 जवान शहीद हो गए थे. नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के काफिले को निशाना बनाते हुए आईईडी ब्लास्ट किया था, जिससे वाहन के परखच्चे उड़ गए थे. हमला इतना खौफनाक था कि विस्फोट वाली जगह बड़ा गड्ढा बन गया था. नक्सलवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने गुरुवार को 12 नक्सली ढेर कर दिए. इसके साथ ही इस महीने राज्य में अलग-अलग मुठभेड़ों में मारे गए नक्सलियों की कुल संख्या 26 हो गई है.
TTN Desk
अधिकारियों ने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान के दौरान दक्षिणी बीजापुर के जंगली इलाके में सुबह करीब 9 बजे मुठभेड़ शुरू हुई, देर शाम तक रुक-रुक कर गोलीबारी जारी रही. इस अभियान में तीन जिलों के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन, सीआरपीएफ की एक स्पेशल जंगल वारफेयर यूनिट) की पांच बटालियन और सीआरपीएफ की 229वीं बटालियन के जवान शामिल थे. अब तक मिली जानकारी के अनुसार, मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए. अधिकारी ने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है, इसलिए विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है. उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों में से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
O छत्तीसगढ़ में हाल ही में हुए एनकाउंटर्स
पुलिस ने बताया कि 12 जनवरी को छत्तीसगढ़ के बस्तर के बीजापुर जिले के राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन संदिग्ध माओवादी मारे गए. बीजापुर पुलिस के एक बयान के अनुसार, मुठभेड़ के बाद सुरक्षाकर्मियों ने तीन वर्दीधारी माओवादियों के शव बरामद किए. 11 जनवरी को शुरू किया गया यह अभियान क्षेत्र के घने जंगलों में माओवादी गतिविधि के बारे में खुफिया जानकारी के आधार पर शुरू किया गया था. इससे पहले 9 जनवरी को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों के साथ एक और मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए थे. उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने सुरक्षा बलों के प्रयासों की सराहना करते हुए नक्सल विरोधी अभियान की सफलता की पुष्टि की. मुठभेड़ सुकमा-बीजापुर सीमा पर जंगली इलाके में सुरक्षा बलों के संयुक्त नक्सल विरोधी अभियान के दौरान हुई.