OO शाह सहित अनेक प्रमुखजनों ने दी श्रद्धांजलि; पत्नी, बेटा और बेटी पार्थिव देह के साथ; एक युग का अंत, जन-जन की आंखें नम,राजकोट में लोगों ने रखा स्वस्फूर्त बंद,अहमदाबाद प्लेन क्रैश में गई पूर्व सीएम रुपाणी की भी जान
राजकोट,16 जून। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और कद्दावर नेता विजय रूपाणी का अंतिम संस्कार सोमवार की रात राजकोट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री, राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और हजारों की संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे। रूपाणी के पार्थिव देह के साथ उनकी पत्नी अंजलि रूपाणी, बेटे ऋषभ रूपाणी और बेटी राधिका रूपाणी भी मौजूद थे, जो इस दुखद घड़ी में अत्यंत भावुक नजर आ रहे थे। रूपाणी के निधन से पूरे गुजरात में शोक की लहर दौड़ गई है और राजकोट शहर आज पूर्णतः बंद रहा, जिसमें व्यापारियों और नागरिकों ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रखे।
जनसैलाब उमड़ा, अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़:
सुबह से ही रूपाणी के निवास स्थान पर उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का तांता लगा हुआ था। उनकी अंतिम यात्रा शाम साढ़े सात बजे शुरू हुई जो रात पौने दस बजे शमशान गृह पहुंची। जिसमें जनसैलाब उमड़ पड़ा। सड़कों के दोनों ओर हजारों की संख्या में लोग खड़े थे, जो अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई देने के लिए एकत्रित हुए थे। ‘विजय भाई अमर रहे’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे गूंजते रहे। लोगों की आंखें नम थीं और उनके चेहरे पर एक गहरे दुख का भाव स्पष्ट दिखाई दे रहा था।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार:
राजकीय सम्मान के साथ रूपाणी का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ था। पुलिस बल के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अंतिम संस्कार संपन्न हुआ। चिता को मुखाग्नि उनके पुत्र ऋषभ रूपाणी ने दी। इस दौरान मौजूद सभी लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी।
शाह सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने दी श्रद्धांजलि:
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रूपाणी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने गुजरात और देश के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि रूपाणी एक समर्पित जनसेवक और कुशल प्रशासक थे। गुजरात के मुख्यमंत्री ने रूपाणी के निधन को राज्य के लिए एक बड़ी क्षति बताया और कहा कि उनके आदर्शों पर चलते हुए सरकार जनसेवा के लिए निरंतर कार्य करती रहेगी।
एक युग का अंत:
विजय रूपाणी का निधन गुजरात की राजनीति में एक युग के अंत के समान है। वे अपनी सादगी, ईमानदारी और जनसेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान राज्य के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। उनके निधन से गुजरात ने एक सच्चा जननेता खो दिया है।
राजकोट रहा पूर्णतः बंद:
रूपाणी के निधन के सम्मान में राजकोट शहर आज पूरी तरह से बंद रहा। व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रखे। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और यह दर्शाता है कि रूपाणी का अपने गृह नगर में कितना गहरा प्रभाव था।