00ठुसेकेला हत्याकांड: 48 घंटे में पुलिस ने किया खुलासा, पड़ोसी और नाबालिग गिरफ्तार,आरोपी पहले भी कर चुका है हत्या,बिहार की जेल में था 7 साल बंद
रायगढ़ 13 सितंबर। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के खरसिया में हुए सनसनीखेज ठुसेकेला हत्याकांड का पुलिस ने महज 48 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है।दिल दहला देने वाले इस सामूहिक हत्याकांड में पति,पत्नी ,बेटे और बेटी को निर्दयतापूर्वक मौत के घाट उतार दिया गया था।इस मामले में पुलिस ने मृतक बुधराम सिदार के पड़ोसी और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, चरित्र पर संदेह और पुरानी रंजिश इस वीभत्स हत्याकांड की मुख्य वजह बनी।
0 11 सितंबर को सामने आई थी ये हत्याएं
11 सितंबर को खरसिया के ग्राम ठुसेकेला में पुलिस को सूचना मिली कि बुधराम उरांव के घर से खून के धब्बे दिख रहे हैं और घर अंदर से बंद है। सूचना पर तत्काल पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल के साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारी और फोरेंसिक टीमें मौके पर पहुंचीं।बाद में आई जी संजीव शुक्ला भी मौके पर पहुंचे थे।
घर से बदबू आने के बाद ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।जांच के दौरान बुधराम उरांव (42), उनकी पत्नी सहोद्रा (37) और उनके दो बच्चों अरविंद (12) और शिवांगी (5) के शव घर के पीछे बाड़ी में खाद के गड्ढे से बरामद हुए। सभी की धारदार हथियार से हत्या की गई थी।
0 पुलिस जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए रायगढ़ पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और जांच के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में कई टीमें बनाई गईं। जांच के दौरान पुलिस को मृतक के पड़ोसी लकेश्वर पटैल पर संदेह हुआ। कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
0 हत्या की वजह और वारदात का तरीका
आरोपी लकेश्वर ने पुलिस को बताया कि वह बुधराम के चरित्र पर शक करता था। इसके अलावा दोनों के बीच जमीन और 6 महीने पहले हुई चोरी को लेकर भी विवाद था। इन्हीं सब बातों से गुस्सा होकर उसने बुधराम की हत्या की साजिश रची। 9 सितंबर की रात को उसने देखा कि बुधराम नशे में था। इसी मौके का फायदा उठाकर वह एक नाबालिग के साथ बुधराम के घर में घुसा और सोते हुए बुधराम, उनकी पत्नी और बच्चों की धारदार हथियार से हत्या कर दी।
पहले उन्होंने शवों को घर के अंदर ही दफनाने की कोशिश की, लेकिन जमीन कठोर होने के कारण सफल नहीं हो पाए। इसके बाद उन्होंने शवों को घसीटकर बाड़ी में ले गए और खाद के गड्ढे में दबाने की कोशिश की। पुलिस ने आरोपियों से वारदात का री-क्रिएशन भी करवाया।
0 सबूत और कार्रवाई
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार जैसे टंगिया, रॉड, गैंती और फावड़ा बरामद कर लिया है। आरोपी लकेश्वर पटैल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा गया है। गौरतलब है कि वह पहले भी हत्या के मामले में 2012 से 2018 तक बिहार किसी जेल में बंदी रह चुका है। इस सफल ऑपरेशन के लिए आईजी और एसपी ने पुलिस टीम की सराहना की है।