TTN डेस्क
रांची, 17 अक्टूबर 2025: झारखंड हाईकोर्ट के कोर्ट नंबर 24 में गुरुवार (16 अक्टूबर) को एक सुनवाई के दौरान वकील और जज के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। वरिष्ठ अधिवक्ता महेश तिवारी ने जस्टिस राजेश कुमार को वकीलों का अपमान न करने और अपनी “सीमाओं” में रहने की चेतावनी देते हुए कहा, “देश न्यायपालिका से जल रहा है।” इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद हाईकोर्ट ने शुक्रवार को स्वत: संज्ञान लेते हुए वकील के खिलाफ अवमानना (कॉन्टेम्प्ट ऑफ कोर्ट) की कार्यवाही शुरू कर दी।
0 सुनवाई के दौरान बिफर गए वकील
मामला एक सामान्य सुनवाई से जुड़ा था, जहां जस्टिस राजेश कुमार के फैसले से नाराज वकील महेश तिवारी ने आपा खो दिया। वकील ने जज को संबोधित करते हुए कहा कि न्यायपालिका की गरिमा को बनाए रखने के लिए जजों को वकीलों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी, “आप अपनी लिमिट क्रॉस न करें। वकीलों का अपमान न करें, वरना परिणाम भुगतने पड़ेंगे।” वकील ने आगे कहा कि “पूरे देश में न्यायपालिका के कारण लोग आक्रोशित हैं और जल रहे हैं।”
0 कोर्ट ने शुरू की अवमानना की कार्यवाही
जस्टिस राजेश कुमार ने वकील के व्यवहार को “अनुचित” बताते हुए तुरंत कार्यवाही का आदेश दिया। कोर्ट ने वकील को तीन सप्ताह के अंदर अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। जज ने कहा कि यह व्यवहार अदालत की गरिमा के खिलाफ है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
0 वीडियो वायरल
घटना का 1 मिनट 48 सेकंड का वीडियो X (पूर्व ट्विटर) पर तेजी से फैल रहा है। कई यूजर्स ने इसे शेयर करते हुए बहस छेड़ दी है – कुछ वकील के पक्ष में हैं, मानते हैं कि जजों का रवैया अहंकारी हो रहा है, जबकि अन्य इसे अवमानना बता रहे हैं।
0 कोर्ट का एक्शन
झारखंड हाईकोर्ट ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए अवमानना नोटिस जारी किया। कोर्ट ने कहा कि वकील का आचरण न केवल अदालत का अपमान है, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया को बाधित करता है। यह मामला अब हाईकोर्ट की अवमानना बेंच के समक्ष आएगा।