OO छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए नई शराब दरों की घोषणा कर दी है। विभाग का दावा है कि 1 अप्रैल से शराब की कीमतों में 4 प्रतिशत की कमी आएगी, जिससे ग्राहकों को राहत मिलेगी। इसका मतलब यह हुआ कि, 1000 रुपये की बोतल पर 40 रुपये तक कीमत कम हो जाएगी।
OO 67 नई शराब दुकानें खुलेंगी
नए सत्र में 1 अप्रैल से नई आबकारी नीति लागू हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि, आबकारी विभाग ने नए सत्र में 67 नई शराब दुकानें खोलने का निर्णय लिया है। इस संबंध में जिलों से प्रस्ताव मांगे गए थे। इस समय छत्तीसगढ़ में 674 शराब दुकान संचालित हैं। इनमें प्रीमियम शॉप भी शामिल हैं।
TTN Desk
नए निर्णय के मुताबिक, मैकडॉवेल नंबर वन का पौव्वा प्रदेश में नहीं बिकेगा। हालांकि, यह राहत सीमित होगी, क्योंकि पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश की तुलना में छत्तीसगढ़ में शराब की कीमतें अब भी अधिक रहेंगी।
इसके साथ ही ग्लोबल ब्रांडों में परनोड रिकार्ड के 23, यूनाइटेड स्पिरिट्स के 29, बीम ग्लोबल के 12 और बकार्डी के 8 ब्रांडों को बिक्री की अनुमति दी गई है। वहीं इंडियन प्रीमियम ब्रांड जैसे इंद्री, रामपुर, पाॅल जाॅन और जैसलमेल को भी मंजूरी दी गई है।
छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग के मुताबिक नई आबकारी नीति के तहत 67 नई शराब दुकानें भी खोली जाएंगी। बजट से एक दिन पहले यानी 3 मार्च को साय कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी गई थी। अंग्रेजी शराब पर लगने वाला 9.5% आबकारी शुल्क खत्म किया गया था।
O मिलेंगे अब बीयर के नए ब्रांड
इसके साथ ही इम्पीरियल ब्लू, मैकडाॅवेल नंबर वन, रायल चैलेंज, रायल स्टैग, ब्लेंडर्स प्राइड, एंटीक्विटी से लेकर 100 पाइपर्स, बैलेंटाइंस, टीचर्स, ब्लैक लेबल, ब्लू लेबल, चिवास रिगल शामिल हैं। सिक्स फील्ड व्हीट बीयर और होगार्गेन विट बीयर जैसे बीयर के नए ब्रांडों की बिक्री को मंजूरी दी है।
इसके अलावा साथ ही बडवाईजर, कोरोना, बीरा बूम, केएफ अल्ट्रा मैक्स, हेनिकेन जैसे प्रीमियर रेंज बीयर की बिक्री को भी मंजूरी दी है। साथ ही इनके दाम भी कम किए गए हैं।
छत्तीसगढ़ में शराब की कीमतें पर कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा था कि भाजपा सरकार ने शराब दुकानें कम करने का कोई फैसला नहीं लिया। राज्य में इस साल भी 674 दुकानों से शराब बेची जाएंगी। सरकार ने विदेशी शराब पर लगने वाले अतिरिक्त टैक्स 9.5 प्रतिशत को कम इसलिए किया ताकि ज्यादा बिक्री हो, ज्यादा मुनाफा मिले।
O ये तो बिक्री बढ़ाने में लगे,सरकार ये बताए शराब बंदी कब होगी : कांग्रेस
उन्होंने कहा था कि शराब की काली कमाई का मोह सरकार छोड़ नहीं पा रहीं। दुकानों में कौन सी शराब बिकेगी, कौन से निर्माता के ब्रांड राज्य में बिकेगा, इसके नाम पर कमीशन खेल बड़े पैमाने पर हो रहा है। शराब के इस सुनियोजित घोटाले में उच्च स्तर के लोग संलिप्त है। शराब बंदी को लेकर पांच सालों तक हल्ला मचाने वाले भाजपाई बतायें शराबबंदी कब होगी?