छत्तीसगढ़ में मानसून की रिकॉर्ड-ब्रेकिंग एंट्री : 100 साल का टूटा रिकॉर्ड

छत्तीसगढ़ में मानसून की रिकॉर्ड-ब्रेकिंग एंट्री: 100 साल का टूटा रिकॉर्

OO जल्दी आ निकाल दी नौतपा की गर्मी,सामान्य से 15 दिन पहले बस्तर पहुंचा मानसून, प्रदेशभर में जल्द देगा दस्तक

TTN Desk

छत्तीसगढ़ में इस साल मानसून ने उम्मीद से भी कहीं ज्यादा पहले दस्तक दे दी है। सामान्य तौर पर 13 जून के आसपास प्रदेश में प्रवेश करने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार 28 मई को ही बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले में पहुंच गया है। यह पिछले 100 सालों का रिकॉर्ड है, क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है जब ‘नौतपा’ (गर्मी के सबसे गर्म 9 दिन) के दौरान मानसून ने छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया है। इस अप्रत्याशित और समय से पूर्व हुई एंट्री से प्रदेशभर के लोगों को भीषण गर्मी से बड़ी राहत मिली है।

O मानसून की समय से पूर्व दस्तक और इसका महत्व

छत्तीसगढ़ में मानसून का सामान्य आगमन 13 जून को माना जाता है, जिसमें सबसे पहले जगदलपुर और उसके आसपास के बस्तर क्षेत्र में बारिश होती है। इसके बाद यह 16 जून तक रायपुर और 21 जून तक अंबिकापुर तक पहुंचता है। हालांकि, इस साल मानसून ने 28 मई को ही बस्तर में दस्तक देकर सभी पूर्वानुमानों को पीछे छोड़ दिया है। यह अपने सामान्य समय से लगभग 15 दिन पहले का आगमन है। यह स्थिति किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि समय पर बारिश खरीफ फसलों की बुवाई के लिए अनुकूल परिस्थितियां पैदा करती है। पिछले साल, 2024 में, मानसून 8 जून को बस्तर पहुंचा था, और 2023 में 23 जून को। इस बार का जल्दी आगमन निश्चित रूप से सकारात्मक संकेत दे रहा है।

O नौतपा में मानसून और बदलते मौसम के संकेत

इस साल नौतपा 25 मई से शुरू हुआ है, और आमतौर पर ये दिन भीषण गर्मी और शुष्क मौसम के लिए जाने जाते हैं। लेकिन इस बार नौतपा के दौरान ही मानसून ने दस्तक दे दी है, जो एक असामान्य घटना है। यह दर्शाता है कि मौसम पैटर्न में कुछ बड़े बदलाव आ रहे हैं। मानसून के जल्दी आने का एक प्रमुख कारण ला नीना का प्रभाव माना जा रहा है, जो अल नीनो के विपरीत समुद्री सतह के तापमान में ठंडक लाता है। यह बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में नमी युक्त हवाओं के प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे मानसून की गति तेज हो जाती है। वायुमंडलीय दबाव में बदलाव और चक्रवातीय गतिविधियां भी मानसून को तेजी से खींचने में सहायक होती हैं।

O पूरे प्रदेश में सक्रिय होने की संभावना और अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार, बस्तर में दस्तक देने के बाद अब मानसून धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में सक्रिय होगा। अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में यह मध्य छत्तीसगढ़ और फिर उत्तरी छत्तीसगढ़ तक पहुंच जाएगा। मानसून के आगमन के साथ ही प्रदेश के कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। बलरामपुर-रामानुजगंज में सबसे ज्यादा 80.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसमें बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है। इसके लिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

O पिछले वर्षों के आंकड़े और इस साल की उम्मीदें

पिछले कुछ वर्षों में छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री की तारीखें भिन्न रही हैं:

* 2024: 8 जून (बस्तर)

* 2023: 23 जून (छत्तीसगढ़)

* 2022: 13 जून (छत्तीसगढ़)

* 2021: 10 जून (छत्तीसगढ़)

O ये मौसम का बड़ा बदलाव,मिलेगी राहत

इस साल का 28 मई का आगमन निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण बदलाव है। जल्दी मानसून के आने से न केवल गर्मी से राहत मिलती है, बल्कि कृषि क्षेत्र के लिए भी यह शुभ संकेत है। उम्मीद है कि इस बार प्रदेश में अच्छी और सामान्य से अधिक बारिश होगी, जिससे जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ेगा और रबी फसलों के लिए भी पर्याप्त पानी उपलब्ध रहेगा।