कोरबा में धूमधाम से मनाया गया छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस

00 गैर-राजनीतिक संगठन छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के तत्वावधान में रही खास चहल-पहल

कोरबा, 1 नवंबर 2025। छत्तीसगढ़ के 25वें स्थापना दिवस पर आज 1 नवंबर को जिले भर में उत्साह का माहौल रहा। इस मौके पर गैर-राजनीतिक संगठन छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने विविध और रचनात्मक आयोजनों के माध्यम से स्थापना दिवस को यादगार बना दिया। संगठन ने पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने वाले कई कार्यक्रम आयोजित किए। यह संगठन छत्तीसगढ़िया अस्मिता, जल-जंगल-जमीन के अधिकारों और सांस्कृतिक संरक्षण के लिए बिना किसी राजनीतिक झंडे के सक्रिय रहा है।

0 पर्यावरण के प्रति संकल्प

मानिकपुर में ‘छत्तीसगढ़ महतारी’ वृक्षारोपण
स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में, छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के तत्वावधान में जिले के मानिकपुर क्षेत्र में बड़े स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाया गया। यहां राज्य की माटी के प्रति सम्मान दिखाते हुए ‘छत्तीसगढ़ महतारी’ के नाम से एक विशेष वृक्ष समर्पित किया गया, साथ ही सैकड़ों अन्य पौधे रोपे गए।
इस अभियान में संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों ने शिरकत की, जिनमें जिला प्रदेश अध्यक्ष दिलीप मिरी (प्रदेश अध्यक्ष), प्रदेश संगठन उमागोपाल संयोजक, अतुल दास महंत, जिला प्रभारी खेम लाल साहू, जिला अध्यक्ष एलेक्स टोप्पो, और जिला संरक्षक सुनील मानिकपुरी शामिल थे। संगठन के नेताओं ने आने वाली पीढ़ियों के लिए हरित छत्तीसगढ़ सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।

0 सामाजिक समरसता: क्रिकेट और सांस्कृतिक कार्यक्रम

कोरबा शहर में आयोजित कार्यक्रमों ने सामाजिक एकता को मजबूत किया।

* क्रिकेट प्रतियोगिता में विभिन्न समाजों के युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो कोरबा जिले की सामाजिक समरसता का प्रतीक बना।

* वहीं, मनीष मनचला क्षेत्र में एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें पारंपरिक नृत्य-संगीत की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और सांस्कृतिक जड़ों को जीवंत किया।

भक्तिमय वातावरण: कुसमुंडा और दीपका में महा आरती
शाम ढलते ही भक्ति और श्रद्धा का माहौल छा गया।

* कुसमुंडा के महतारी अंगना में आयोजित भजन-कीर्तन एक दिव्य महा आरती में बदल गया। हजारों श्रद्धालुओं ने छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना की और प्रसाद ग्रहण किया।
इस आयोजन में गोविंद सारथी, विनोद सारथी, कैलाश साहू, और महिला जिला संयोजक ज्योति प्रभा समेत बड़ी संख्या में सेनानी उपस्थित रहे।
* दूसरी ओर, दीपका शहर में भी छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति के समक्ष पारंपरिक विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। भारत पटेल, प्रकाश जायसवाल, कान्हा यादव, महेंद्र कांत कुर्रे जैसे गणमान्य व्यक्तियों ने राज्य की समृद्धि और एकता के लिए प्रार्थना की।
गैर-राजनीतिक संगठन छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के इन रचनात्मक प्रयासों ने स्थापना दिवस को न केवल यादगार बनाया, बल्कि कोरबा जिले में सांस्कृतिक, सामाजिक और पर्यावरणीय चेतना को एक नई दिशा दी।