TTN Desk
ऑस्ट्रेलिया में 3 मई को हुए आम चुनाव में सत्तारूढ़ लेबर पार्टी ने जीत हासिल की, और प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज लगातार दूसरी बार सत्ता में बने रहे। चुनाव में संसद के निचले सदन (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) की सभी 150 सीटों और ऊपरी सदन (सीनेट) की 76 में से 40 सीटों पर मतदान हुआ। सरकार बनाने के लिए कम से कम 76 सीटें चाहिए।
O इन मुद्दों पर लड़ा गया चुनाव
महंगाई, आवास की कमी, ऊर्जा नीति, और चीन के साथ संबंध प्रमुख चुनावी मुद्दे रहे।प्रतिस्पर्धा: लेबर पार्टी का मुकाबला विपक्षी लिबरल/नेशनल गठबंधन से था, जिसका नेतृत्व पीटर डटन कर रहे थे और वे खुद चुनाव हार गए है।
O विश्लेषकों का आंकलन गलत सिद्ध हुआ
ऑस्ट्रेलिया में मतदान अनिवार्य है, और 1.8 करोड़ मतदाताओं ने हिस्सा लिया। प्रारंभिक मतदान 22 अप्रैल से शुरू हुआ था।
सर्वेक्षणों में लेबर पार्टी को बढ़त दिख रही थी, हालांकि कुछ विश्लेषकों ने त्रिशंकु संसद की संभावना जताई थी।
O पीएम मोदी ने दी अल्बानिज को बधाई
मेलबर्न और सिडनी में भारतीय वोटरों को लुभाने के लिए दोनों दलों ने अभियान चलाए, हालांकि कोई बड़ा भारतीय चेहरा चर्चा में नहीं था।लेबर पार्टी की जीत के साथ अल्बनीज ने लोकतंत्र की सराहना की, जबकि डटन ने सरकार को नाकाम बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अल्बनीज को बधाई दी।