00 भारतीय नौसेना के कैप्टन शिव कुमार ने इंडोनेशिया के एक यूनिवर्सिटी में हुए सेमिनार में ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआती चरण में भारतीय सेना की कार्रवाई और विमान खोने को लेकर बयान दिया था। इस पर विवाद बढ़ गया।
00इंडोनेशिया में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर भारतीय रक्षा अताशे द्वारा दिए गए बयान को लेकर सफाई दी है और कहा है कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया।
TTN Desk
सिंदूर ऑपरेशन के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। हालांकि, इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय वायुसेना को कुछ नुकसान भी उठाना पड़ा, जिसके संबंध में इंडोनेशिया में भारत के डिफेंस अटैची कैप्टन (भारतीय नौसेना) शिव कुमार के बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है।
0 क्या कहा कैप्टन शिव कुमार ने
10 जून 2025 को इंडोनेशिया के यूनिवर्सिटास दिर्गंतारा मार्सेकल सूर्यादर्मा में आयोजित एक सेमिनार में, ‘पाकिस्तान-भारत वायु युद्ध का विश्लेषण और वायु शक्ति के दृष्टिकोण से इंडोनेशिया की प्रत्याशी रणनीतियाँ’ विषय पर बोलते हुए, कैप्टन शिव कुमार ने स्वीकार किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने कुछ लड़ाकू विमान खोए। उन्होंने कहा, “मैं इस दावे से सहमत नहीं हूँ कि हमने इतने सारे विमान खोए, लेकिन मैं यह मानता हूँ कि हमने कुछ विमान खोए। ऐसा केवल इसलिए हुआ क्योंकि राजनैतिक नेतृत्व ने यह बाध्यता लगाई थी कि सैन्य प्रतिष्ठानों या उनकी हवाई रक्षा प्रणालियों पर हमला नहीं करना है।”कैप्टन कुमार ने अपने 35 मिनट के प्रेजेंटेशन में स्पष्ट किया कि भारतीय सशस्त्र बलों को केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने का निर्देश था, न कि पाकिस्तानी सैन्य या नागरिक ठिकानों को। उन्होंने कहा, “सरकार ने सशस्त्र बलों को केवल एक बाध्यता दी थी कि आतंकी शिविरों के अलावा कुछ भी निशाना नहीं बनाना है। कोई सैन्य प्रतिष्ठान, कोई नागरिक सुविधाएँ… कुछ भी जो आतंकवादियों से संबंधित नहीं था, उसे निशाना नहीं बनाया जाना था।कैप्टन शिव कुमार के इस बयान का वीडीओ अब सामने आया है और उसके बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया।है
0 बयान पर कांग्रेस हमलावर
कैप्टन शिव कुमार के इस बयान ने भारत में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया। विपक्षी दल, विशेष रूप से कांग्रेस, ने इस बयान का हवाला देते हुए केंद्र सरकार पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान विमान हानि को छिपाने का आरोप लगाया। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑपरेशन सिंदूर पर सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं बुला रहे और संसद का विशेष सत्र क्यों नहीं आयोजित किया जा रहा। कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने भी सरकार पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया, यह कहते हुए कि पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में नुकसान की बात स्वीकारी, और अब कैप्टन शिव कुमार ने इंडोनेशिया में इसकी पुष्टि की।
0 क्या स्पष्टीकरण दिया इंडोनेशिया में भारतीय दूतावास ने
इंडोनेशिया में भारतीय दूतावास ने 29 जून 2025 को एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि कैप्टन कुमार के बयान को “संदर्भ से बाहर” उद्धृत किया गया और मीडिया ने उनके प्रेजेंटेशन के इरादे और जोर को गलत तरीके से प्रस्तुत किया। दूतावास ने कहा, “प्रेजेंटेशन क उद्देश्य यह बताना था कि भारतीय सशस्त्र बल कुछ पड़ोसी देशों के विपरीत, नागरिक राजनैतिक नेतृत्व के अधीन काम करते हैं। यह भी स्पष्ट किया गया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकी ढांचे को निशाना बनाना था और भारत की प्रतिक्रिया गैर-वृद्धिकारी (non-escalatory) थी।”