00 संसद के मानसून सत्र में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर व्यापक चर्चा की तैयारी हो चुकी है। बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि लोकसभा में 28 जुलाई और राज्यसभा में 29 जुलाई को इस मुद्दे पर बहस होगी।
00 दोनों सदनों में इस चर्चा के लिए 16-16 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। विपक्ष ने मांग की है कि इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सदन में मौजूद रहें।
TTN Desk
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सेना द्वारा 7 मई 2025 को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई एयरस्ट्राइक का हिस्सा है, जिसे 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब माना जा रहा है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिसके बाद भारतीय सेना ने 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की सूचना है, और यह अभी भी जारी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है और भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएगा। सरकार ने इस ऑपरेशन को राष्ट्रीय एकजुटता और सैन्य पराक्रम का प्रतीक बताया है।
0 संसद में चर्चा की मांग और विपक्ष का रुख
विपक्षी दलों, विशेष रूप से इंडिया गठबंधन, ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर तत्काल चर्चा की मांग की है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार को इस मुद्दे पर पारदर्शिता बरतनी चाहिए और प्रधानमंत्री को संसद में जवाब देना चाहिए।
0 ट्रंप का 25 बार दावा पर पीएम चुप : राहुल गांधी
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने डोनाल्ड ट्रंप के संघर्ष विराम के 25 दावों का एक बार भी जवाब नहीं दिया। जो लोग खुद को ‘देशभक्त’ कहते हैं, वे इस गंभीर मुद्दे पर चुप क्यों हैं?” राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें सदन में बोलने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है।
0 अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ करते हुए कहा, “हम सरकार के साथ हैं और आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदमों का समर्थन करते हैं।” हालांकि, उन्होंने यह भी मांग की कि सरकार को संसद में इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा करनी चाहिए और प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए। अखिलेश ने पहलगाम हमले में सुरक्षा चूक को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा, “तेज और त्वरित कार्रवाई की जरूरत थी, जो नहीं हुई।”
0 इंडिया ब्लॉक का संसद में प्रदर्शन
इंडिया गठबंधन ने मानसून सत्र के दौरान सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की रणनीति बनाई है। 19 जुलाई को हुई वर्चुअल बैठक में 24 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया, जिसमें राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, शरद पवार, तेजस्वी यादव और अभिषेक बनर्जी शामिल थे। इस बैठक में ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम हमला, बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR), और डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता दावों पर चर्चा की गई।
सत्र के दूसरे दिन (22 जुलाई), इंडिया गठबंधन के नेताओं ने संसद भवन के मकर द्वार पर संयुक्त प्रदर्शन किया। राहुल गांधी, अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, और जया बच्चन सहित कई सांसदों ने बिहार में SIR अभियान के खिलाफ विरोध जताया, इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए ‘क्विट SIR’ और ‘डेथ ऑफ डेमोक्रेसी’ जैसे नारे लगाए।
0 सरकार की तैयारी और प्रतिक्रिया
सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ कई बैठकें की हैं। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन यह संसद के नियमों के तहत होगी।” उन्होंने विपक्ष पर हंगामा करके जनता का पैसा बर्बाद करने का आरोप भी लगाया।