TTN Desk
झारखंड के धनबाद जिले के बाघमारा क्षेत्र में जामुनिया इलाके में एक अवैध कोयला खदान के धंसने की चौंकाने वाली खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि मंगलवार देर रात हुए इस हादसे में कम से कम 12 मजदूरों के फंसे होने की आशंका है, और कुछ की मौत की भी खबर है। मामला बुधवार को तब गर्माया जब स्थानीय नेताओं ने सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को उठाया।
0 शवों को ठिकाने लगाने का आरोप लगाया सांसद ने
गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने दावा किया कि हादसे के बाद मजदूरों के शवों को छिपाने की कोशिश की गई और खदान के मुहाने को मिट्टी से भर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि मजदूरों को अन्य जिलों से लाकर अवैध खनन में लगाया गया था। कुछ बच निकले मजदूरों का निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। चौधरी ने यह भी कहा कि मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है।
0 विधायक ने माफिया पर शव गायब करने का इल्जाम लगाया
जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दावा किया कि हादसे में 9 मजदूरों की मौत हो चुकी है और अवैध खनन माफिया शवों को गायब करने में जुटा है। उन्होंने धनबाद पुलिस प्रशासन को इसकी जानकारी दी और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।
0 प्रशासन और कोयला कंपनी ने क्या कहा…
धनबाद प्रशासन और भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) ने अभी तक किसी हादसे की पुष्टि नहीं की है। धनबाद के उपायुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि NDRF की टीम मौके पर भेजी गई है, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। SSP प्रभात कुमार ने कहा कि कोई आधिकारिक शिकायत या परिजन सामने नहीं आए हैं। BCCL के सुरक्षा अधिकारी राजीव रंजन ने भी ब्लॉक-2 परियोजना की बंद खदान में किसी घटना से इनकार किया।
0 मुआवजे और जांच की मांग
कांग्रेस नेता और मंत्री इरफान अंसारी ने BCCL पर अवैध खनन को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई और मुआवजे की मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता सोनल शांति ने इसे केंद्र प्रायोजित हत्या करार दिया और कहा कि कोयला कंपनियां खदानों को खुला छोड़ देती हैं, जिससे अवैध खनन को बढ़ावा मिलता है। दूसरी ओर, बीजेपी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए CBI जांच की मांग की है। बीजेपी प्रवक्ता प्रातुल शाहदेव ने इसे राज्य प्रायोजित मौतें बताया और प्रशासन की मिलीभगत का आरोप लगाया।