

00 राजधानी रायपुर में आज दिन भर पॉलिटिकल ड्रामा चलता रहा।छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर को हाउस अरेस्ट के बाद कुशाभाऊ ठाकरे परिसर लाया गया। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव से कंवर की मुलाकात हुई। सिंहदेव ने ननकीराम की माँगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
00 बताया जा रहा है कि ननकीराम को CM साय से मुलाकात कराने के नाम पर लाया गया था, लेकिन CM से मुलाकात नहीं पाई। इस पूरे प्रकरण पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भी X पर पोस्ट किया है।बाद में उन्होंने कहा कि बीजेपी से ही कॉरपोरेट और भ्रष्ट नौकरशाही के खिलाफ उठी आवाज को बीजेपी ने दबा दिया है।
TTN डेस्क
रायपुर/कोरबा: कोरबा कलेक्टर अजीत बसंत के तबादले को लेकर पूर्व गृहमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता ननकी राम कंवर की मुहिम रंग लाई है। सूत्रों के अनुसार, आज देर शाम रायपुर में ननकी राम कंवर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बीच हुई मुलाकात में प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें आठ दिन के भीतर कलेक्टर बसंत का स्थानांतरण कर देने का आश्वासन दिया है। इस आश्वासन के बाद कंवर ने मुख्यमंत्री निवास के सामने 4 अक्टूबर से प्रस्तावित अपना धरना देने का फैसला वापस ले लिया है।
0 धरना देने की जिद छोड़ी
ननकी राम कंवर लंबे समय से कोरबा कलेक्टर अजीत बसंत पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके तत्काल तबादले की मांग प्रदेश सरकार से कर रहे थे। मांग पर ध्यान न दिए जाने से नाराज होकर उन्होंने मुख्यमंत्री निवास के समक्ष धरना देने की घोषणा कर दी थी। आज जब वह धरना देने रायपुर पहुँचे, तो उन्हें बातचीत के बहाने रोक लिया गया और कथित तौर पर हाउस अरेस्ट कर लिया गया था।
मीडिया से चर्चा में कंवर ने रात में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात की जानकारी दी थी। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच कलेक्टर के तबादले पर रजामंदी हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष के आश्वासन से संतुष्ट ननकी राम कंवर ने अब अपनी धरना देने की जिद छोड़ दी है।
0 अभी विधायक कॉलोनी में रुके है ननकी राम
ननकीराम किरण सिंहदेव से मुलाकात के कुछ देर बाद वहाँ से निकल गए। रायपुर के विधायक कॉलोनी में ठहरे हुए हैं।
इसके पहले रायपुर पुलिस ने कंवर को गहोई भवन में हाउस अरेस्ट किया था। ननकीराम अपनी ही सरकार के खिलाफ CM हाउस के बाहर धरने पर बैठने वाले थे। इससे पहले पुलिस अधिकारियों ने उन्हें एम्स के पास रोक लिया था। हालाँकि वह गेट कूदकर बाहर निकलने की बार-बार कोशिश करते रहे।
इस दौरान ननकीराम कंवर ने कहा था कि अगर यही रवैये रहा तो अगली बार भाजपा सरकार नहीं बनाएगी। जनता कह रही है कि अगली बार भाजपा को 15 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी।
0 प्रशासनिक मुद्दा बना राजनीतिक आश्वासन
यह घटनाक्रम छत्तीसगढ़ में एक प्रशासनिक अधिकारी (कलेक्टर) का तबादला अब राजनीतिक आश्वासन का विषय बनने की ओर इशारा करता है। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा तेज़ है कि एक वरिष्ठ नेता की माँग पर प्रदेश सरकार अब जल्द ही कोरबा कलेक्टर का तबादला कर सकती है।