


00 ACF शैलेश खांबल पर हत्या का शक; 5 नवंबर से लापता थे माँ और दो बच्चे
TTN डेस्क
गुजरात के भावनगर से रविवार को एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया है। यह घटना अजय देवगन की फिल्म ‘दृश्यम’ की कहानी से मिलती-जुलती प्रतीत होती है, जहाँ सबूतों को छुपाने के लिए ज़मीन में दफन कर दिया गया।
फॉरेस्ट विभाग के असिस्टेंट कंजर्वर ऑफ फॉरेस्ट (ACF) शैलेश खांबल की पत्नी नयनाबेन और उनके दो बच्चों (पुत्री पूजा और पुत्र भव्य) के शव उनके सरकारी क्वार्टर के पास ही ज़मीन में दफनाए हुए मिले हैं। तीनों 5 नवंबर से लापता थे और उनके पति ने ही 7 नवंबर को पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
0 शंकास्पद खुदाई से खुला राज़
पुलिस अधीक्षक (SP) नीतेश पांडे ने बताया कि गुमशुदगी के मामले की जाँच के दौरान, टीम को फॉरेस्ट कॉलोनी के आसपास शंकास्पद खुदाई की जानकारी मिली थी। इस सूचना के आधार पर, FSL अधिकारियों और एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट को साथ लेकर खांबल के ACF क्वार्टर से मात्र 20 फीट की दूरी पर, एक खाली जगह पर JCB से खुदाई की गई।
खुदाई के दौरान, लगभग 5 से 7 फीट गहरे गढ्ढे से तीन शव बरामद हुए, जिनकी पहचान गुमशुदा नयनाबेन और उनके बच्चों के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जाँच से पता चला है कि यह गढ्ढा जेसीबी द्वारा कचरा डालने के लिए खोदा गया था, लेकिन इसका इस्तेमाल शवों को दफनाने के लिए किया गया।
0 पति शैलेश खांबल संदेह के घेरे में
एसपी पांडे ने पुष्टि की है कि तीनों शवों के मिलने के बाद फॉरेस्ट अधिकारी और मृतका के पति शैलेश खांबल संदेह के घेरे में हैं। शैलेश खांबल लगभग एक साल पहले ही सूरत से बदली कराकर भावनगर आए थे।
शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए हॉस्पिटल भेजा गया । जिसके बाद तीनों का अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि तीनों की मौत कैसे हुई, हत्या का कारण क्या है, और इस जघन्य अपराध में कौन-कौन शामिल है।


